उत्तरप्रदेश

100 रूपये के लिए पत्रकार अमित मोहन गुप्ता की मौत के जिम्मेवार आरोपी डॉक्टर मुकेश गर्ग के खिलाफ पुलिस ने किया गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज

जिम्मेवार आरोपी डॉक्टर मुकेश गर्ग के खिलाफ पुलिस ने किया गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज

लखनऊ शामली

नीरज जैन 

100 रूपये के लिए पत्रकार अमित मोहन गुप्ता की

शामली राष्ट्रीय सहारा के ब्यूरो चीफ अमित मोहन गुप्ता जी के इलाज में 100 रूपये कम होने पर डॉक्टर मुजेश गर्ग द्वारा न देखने के चलते अमित मोहन गुप्ता जी का निधन हो गया था ।

जिस पर शामली जनपद के समस्त पत्रकारों व अन्य संगठनों ने कोतवाली परिसर में आरोपी डॉक्टर मुकेश गर्ग के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने पर मौत का जिम्मेदार मानते हुए मामला दर्ज कराने को लेकर धरना जारी किया गया था।

 

आज देर शाम अभी शामली कोतवाली में आरोपी डॉक्टर मुकेश गर्ग के खिलाफ गंभीर धाराओं मे मामला दर्ज कर लिया गया है।

पत्रकार एकता जिंदाबाद ,संघर्ष जारी रहेगा

शामली में पत्रकार की मौत के मामले में होगी जांच उपमुख्यमंत्री ने दिये आदेश

शामली में चिकित्सक की लापरवाही से हुई मौत को लेकर आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। पत्रकारों में लगातार रोष बना हुआ है और न्याय की गुहार लगा रहे है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।दरअसल आज आज हजरतगंज में एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट्स के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश कुमार सिंह ने उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को ज्ञापन देकर उन्हें शामली प्रकरण से अवगत कराया। ज्ञापन के माध्यम से पाठक को अवगत कराया गया कि शामली में 19 मई को युवा पत्रकार अमित मोहन गुप्ता को ब्रेन हेमरेज हुआ था। उन्हें परिजन तत्काल नगर के चिकित्सक डा मुकेश गर्ग के नर्सिंग होम ले गए। किंतु पत्रकार के परिजन चिकित्सक की निर्धारित फीस नहीं दे सके। फीस में सौ रुपए कम रह गए थे। इसलिए पत्रकार को उपचार नहीं दिया गया। इलाज के अभाव में पत्रकार की आधे घंटे में मृत्यु हो गई। इस असंवेदन शील घटना ने सम्पूर्ण पत्रकार जगत को झकझोर दिया है तथा पत्रकारों में अक्रोश है।

इस मामले में उप मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि दोषी चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पत्रकार के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है,क्योंकि वे चिकित्सक को फीस भी नहीं दे सके। अत पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और परिवार के एक व्यक्ति को अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी प्रदान की जाए।

उप मुख्यमंत्री पाठक ने मामले को सुनकर आश्वासन दिया कि जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। ज्ञापन की प्रति महानिदेशक स्वास्थ्य एवम चिकित्सा, मंडलायुक्त सहारनपुर तथा अध्यक्ष आई एम ए को भी प्रेषित की गई है।

 

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