अब विराट ने खुलकर बताया हमसे कहां हो गई सबसे बड़ी चूक, इसलिए सेमीफाइनल में नहीं पहुंचे
भारतीय क्रिकेट टीम तमाम उम्मीदों के साथ आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 में खेलने उतरी थी। भारतीय टीम को लेकर उम्मीदें इसलिए भी ज्यादा थीं क्योंकि टीम के सभी खिलाड़ियों को टूर्नामेंट से एक महीने पहले तक आईपीएल 2021 की वजह यूएई में खेलने का अनुभव हासिल हुआ था। हालांकि उसके बावजूद टीम इंडिया ने विश्व कप में उतरते ही अपने दो बड़े मुकाबले गंवा दिए। आखिर कहांं हो गई भारतीय टीम से चूक? आखिर क्यों शानदार खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद सेमीफाइनल में क्यों नहीं पहुंचा भारत? विराट कोहली ने सोमवार को इस पर खुलकर बयान दिया।
दुबई में नामीबिया के खिलाफ सुपर-12 राउंड के अंतिम मैच में भारत ने नामीबिया को 9 विकेट से मात देकर लगातार तीसरी जीत दर्ज की। इसी के साथ भारत के 5 मैच समाप्त हुए और टूर्नामेंट में उनका सफर भी। मैच के बाद जब कप्तान विराट कोहली से बातचीत की गई तो उन्होंने कई चीजों पर अपनी बात खुलकर सामने रखी, इसी में उन्होंने खुद वो गलती भी स्वीकार की जिस वजह से पूरा टूर्नामेंट उन पर भारी पड़ गया और भारत टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सका और ग्रुप-2 से पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में जगह मिल गई।
विराट कोहली ने मैच के बाद तमाम मुद्दों पर बात करने के दौरान शुरुआती मैचों में हुई गलती पर एक अहम बात कही। कोहली के मुताबिक अगर पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ टूर्नामेंट के पहले दो मैचों में शुरुआती लगभग दो ओवर अच्छे रहते तो चीजें अलग हो सकती थीं। उन्होंने कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट में अधिक अंतर नहीं होता। अगर आप पहले दो मैचों में शुरुआती लगभग दो ओवर में अधिक जज्बे के साथ खेलते तो चीजें अलग हो सकती थीं। जैसा कि मैंने कहा कि हमने पर्याप्त साहस नहीं दिखाया। हम ऐसी टीम नहीं हैं जो टॉस हारने को बहाना बनाए।’’
विराट कोहली ने इस अभियान को लेकर इसके अलावा कहा, “हमने टीम के रूप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मुझे पता है कि इस विश्व कप में हम काफी आगे तक नहीं गए लेकिन टी20 क्रिकेट में हमने कुछ अच्छे नतीजे हासिल किए और एक दूसरे के साथ खेलने का लुत्फ उठाया।’’ गौरतलब है कि टीम इंडिया ने पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट से मैच गंवाया और उसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 विकेट से हार मिली जिससे टूर्नामेंट में भारतीय टीम का भविष्य अन्य टीमों और पेचीदा गणित पर निर्भर हो गया था। भारत ने इसके बाद लगातार तीन मैच जीते, फिर भी भारत सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सका।