अगर आप इस्तेमाल करते है चाइनीज स्मार्टफोन तो हो जाये सावधान, डेटा और पैसा चोरी करने के लिए मालवेयर हैं प्री-इंस्टॉल
नई दिल्ली। चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी अपने फोन में पहले से ही मालवेयर इंस्टॉल करके दे रहे हैं. इन मालवेयर की जरिए यूजर की निजी जानकारी और पैसों को खतरा है. बता दें कि स्मार्टफ़ोन में xHelper और Triada जैसे ऐप प्री-इंस्टाल्ड आते हैं जो डेटा का उपयोग करते हैं और यूजर्स की जानकारी के बिना ही पेड सब्सक्रिप्शन अपने आप हो जाता है और पैसा कट जाता है. चाइनीज कंपनी बजट रेंज अच्छे स्मार्टफोन पेश करती है. जिनमें Xiaomi और Realme जैसे ब्रांड भी शामिल हैं.
बजफीड न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, चाइनीज फोन में ट्र्रांजन होल्डिंग (Transsion Holdings) का बड़ा नाम है जो कि Tecno और Infinix स्मार्टफोन की ब्रांडिंग करती है. Tecno के फोन में पहले से मालवेयर इंस्टॉल आ रहे हैं और ये मालवेयर यूजर्स के फोन से पैसे चुराने में सक्षम हैं. खास बात यह है कि ये मालवेयर एप्स यूजर्स की इजाजत के बिना ही पेड सर्विस सब्सक्राइब कर रहे हैं. Tecno और Infinix भारत में काफी लोकप्रिय हैं लेकिन एक और बाज़ार जहां यह बहुत लोकप्रिय है वो है अफ्रीका. 41 साल के एक अफ्रीकी शख्स के पास Tecno W2 स्मार्टफोन है और इसी फोन में मालवेयर मिला है.
इस तरह पता चला मालवेयर का पता
इस फोन में यूजर के बिना कुछ किए लगातार पॉपअप विज्ञापन दिखाई देते हैं, यहां तक कि फोन पर बात करते समय और चैटिंग के दौरान भी पॉपअप एड आता है. यूजर के फोन में ऐप डाउनलोड हो रहा था. शख्स ने दावा किया है उसके फोन में कई पेड सर्विसेज शुरू हो गई हैं और इसके लिए उसके खाते से पैसे कटे हैं. इस दावे के बाद बजफीड और सिक्योर-डी नाम की मोबाइल सिक्योरिटी कंपनी ने मामले की जांच की है जिसमें पता चला है कि टेक्नो के फोन में xHelperand Triada मैलवेयर प्री-इंस्टॉल था जो कि डाटा खत्म कर रहा था और पैसे भी चुरा रहा था.
बज़फीड के अनुसार Transsion ने कुछ Tecno W2 फोन पर Triada और xHelper मालवेयर की मौजूदगी की पुष्टि की है. Transsion ने इस मामले पर कहा है कि इस मालवेयर के जरिए हुए ट्रांजेक्शन से उसे कोई फायदा नहीं हुआ है. कंपनी ने यह भी बताने से इनकार कर दिया है कि इस मालवेयर के कारण कितने फोन प्रभावित हुए हैं.
सिक्योर-डी ने यह भी कहा कि उसके नेटवर्क ने इस मालवेयर के जरिए होने वाले 8,44,000 ट्रांजेक्शन को फेल किया है. ये इन ट्रांजेक्शन के लिए फोन में मौजूद मालवेयर ने मार्च 2019 से दिसंबर 2019 के बीच कोशिश किया है.