अब पेरेंट्स ही नहीं Google भी तय करेगी बच्चे क्या देंखेंगे और क्या नहीं? कंपनी ला रही नए नियम, रहेगी पैनी नजर
नई दिल्ली. Google आने वाले महीनों में 18 साल से कम उम्र वालों के लिए कई बदलाव करने जा रहा है. कंपनी गूगल अकाउंट्स को लेकर बदलाव करेगी, ताकि बच्चों को ऑनलाइन फ्राॅड से बचाया जा सके. आए दिन पैरेंट्स अपने बच्चों में बढ़ती इंटरनेट की लत से परेशान है, ऐसे में सेफ्टी के लिहाज से अब उन्हें राहत मिलेगी. दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने बुधवार को एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी है. Google ने अपने ब्लाॅग पोस्ट में लिखा कि कंपनी उम्र के प्रति संवेदनशील विज्ञापन कैटेगरी को नाबालिगों को दिखाए जाने से रोकने के लिए सुरक्षा उपायों का विस्तार करेगी.
कंपनी 18 साल से कम उम्र वालों के लिए लिंग के आधार पर विज्ञापन रोकेगी. कंपनी के बयान के मुताबिक, “हम आने वाले महीनों में विश्व स्तर पर इन अपडेट को रोल आउट करना शुरू कर देंगे. हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हम Google पर विज्ञापनों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं और आयु-उपयुक्त अनुभव प्रदान कर रहे हैं.
लिमिटेड फीचर्स का ही कर सकेंगे इस्तेमाल
नए नियम के मुताबिक, 13 साल से कम्र उम्र के बच्चे एक स्टैंडर्ड Google अकाउंट नहीं बना पाएंगे. उन्हें लिमिटेड फीचर्स के साथ Google अकाउंट को इस्तेमाल करने की छूट दी जाएगी.उदाहरण के लिए, अब 13 से 17 साल के बच्चे YouTube डिफॉल्ट अपलोड का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके अलावा यह डिजिटल वेलबीइंग फीचर्स को अधिक प्रमुखता से पेश करेगा. व्यावसायिक सामग्री के बारे में सुरक्षा उपाय और शिक्षा प्रदान करेगा. जिस टॉपिक को सेलेक्टर करेंगे, वही आपकी Google सर्च लिस्ट में नजर आएंगे.
Google Play Store पर नया सेफ्टी सेक्शन होगा
Google बच्चों की सेफ्टी के लिए सेफ सर्च नाम से फीचर लाएगा. इसमें बच्चों का Google अकाउंट फैमिली के साथ लिंक रहेगा, जिसमें 13 साल के उम्र के बच्चे साइनइन कर सकेंगे. वे ऑनलाइन क्या सर्च कर रहे हैं, इसकी जानकारी पैरेंट्स को भी होगी. Google के किड्स एंड फैमली सेक्शन के मैनेजर Mindy Brooks कहना है कि इस तरह के प्रयासों से हमें उम्मीद है कि बच्चों को समझने में मदद मिलेगा कि कौन सा डेटा उनके इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है, और कैसे इस्तेमाल करना चाहिए.