गूगल यूजर्स का अकाउंट अब नहीं हो सकेगा हैक! बढ़ाई जा रही है सिक्योरिटी
नई दिल्ली. इंटरनेट सर्च इंजन गूगल अपनी सिक्योरिटी को बढ़ा रही है ताकि उसके यूजर्स के अकाउंट को हैक ना किया जा सके. दरअसल, गूगल जल्द ही अपने यूजर्स को टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन या टू-स्टेप वेरिफिकेशन में एनरोल करेगा. अभी यह फीचर गूगल की ओर से यूजर्स को एक विकल्प के तौर पर दिया जाता है. गूगल का कहना है कि इस कदम का मकसद सिक्योरिटी बढ़ाना है क्योंकि ऑनलाइन सिक्योरिटी के लिए पासवर्ड सबसे बड़ा खतरा हैं.
पासवर्ड चुराना होता है आसान, याद रखना हो जाता है मुश्किल
गूगल के प्रोडक्ट मैनेजमेंट, आइडेंटिटी एंड यूजर सिक्योरिटी डायरेक्टर मार्क रिशर ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि शायद आपको पता नहीं होगा, लेकिन पासवर्ड आपकी ऑनलाइन सिक्योरिटी के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं. इन्हें चुराना आसान है, याद रखना मुश्किल और इन्हें संभालना जटिल है. बहुत से लोग मानते हैं कि पासवर्ड जितना अधिक हो सके लंबा और जटिल होना चाहिए, लेकिन बहुत से मामलों में इससे वास्तव में सुरक्षा को लेकर जोखिम बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि पासवर्ड जटिल होने पर यूजर्स उसका इस्तेमाल एक से ज्यादा अकाउंट के लिए करते हैं. अमेरिका में 66 फीसदी यूजर्स ने एक ही पासवर्ड कई साइट्स पर इस्तेमाल करने की बात मानी है. इससे एक भी साइट का पासवर्ड हैक होने पर सभी अकाउंट्स को खतरा पैदा हो जाता है.
सिक्योरिटी बढ़ेगी, पासवर्ड याद रखने की मुश्किल होगी कम
गूगल का 2-स्टेप वेरिफिकेशन (2SV) पहले से मौजूद है. इसे एक्टिवेट करने का विकल्प मिलता है. हालांकि, गूगल अब इस फीचर को अनिवार्य बनाएगा. इसके लिए अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है. हाल में गूगल ने एक नया पासवर्ड इम्पोर्ट फीचर भी लॉन्च किया था, जिससे यूजर्स को विभिन्न थर्ड-पार्टी साइट्स से एक बार में 1,000 तक पासवर्ड गूगल के पासवर्ड मैनेजर पर अपलोड करने की सुविधा मिलती है. 2-स्टेप वेरिफिकेशन के साथ ही पासवर्ड इम्पोर्ट, पासवर्ड मैनेजर और सिक्योरिटी चेकअप जैसे फीचर्स से ऑनलाइन सिक्योरिटी बढ़ेगी और पासवर्ड याद रखने की मुश्किल भी कम होगी.