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चीन के इशारे पर नेपाल सीमा पर बना रहा है 100 नई चौकियां

काठमांडू. नेपाल की संसद के दोनों सदनों ने ‘विवादित नक़्शे’ से संबंधित संविधान संशोधन को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद भारत के साथ उसके संबंधों में तनाव पहले से ज्यादा बढ़ गया है. अब खबर आ रही है कि चीन की शह पर नेपाल ने भारत से जुड़ी सीमा पर सेना की 100 नई चौकियां बनाने का काम शुरू कर दिया है. फिलहाल इस सीमा पर नेपाली सेना की 121 चौकियां मौजूद हैं, जिन्हें बढ़ाकर अगले साल तक 221 करने का लक्ष्य रखा गया है.

मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले समय में नेपाल इन्हें बढ़ाकर 500 करने का प्लान बना रहा है. ऐसे में स्पष्ट है कि नेपाल भारतीय सीमा पर ज्यादा से ज्यादा सेना तैनात करने के इरादे से ये सब कर रहा है और उसके इस आक्रामक रवैये के पीछे किसी बड़ी शक्ति का हाथ है. सशस्त्र सीमा बल (SSB) भारत और नेपाल के सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती हैं. SSB और भारत की सेन्ट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी से मिली सूचना के मुताबिक नेपाल आर्म्ड पुलिस फ़ोर्स (APF) को सीमा पर तैनात कर दिया गया है और जल्द से जल्द 100 अतिरिक्त सेना चौकियों को बनाए जाने का काम जारी है.

नेपाल ने भी कन्फर्म की खबर

नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता केदारनाथ शर्मा ने भी इस जानकारी को सही बताया है. बातचीत में उन्होंने कहा, हम इस साल भारत-नेपाल सीमा पर चौकियों की संख्या को 121 से बढ़ाकर 221 कर रहे हैं. हालांकि चौकियों की संख्या को बढ़ाकर 500 किए जाने के सवाल के जवाब में उन्होंने ऐसी कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया. नेपाल के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इन चौकियों की संख्या को बढ़ाने का भारत के साथ जारी तनाव से कोई लेना-देना नहीं है. ये पुराना प्लान है और ये बॉर्डर पर क्राइम रोकने के लिए लिया जा रहा है.

भारत ने उठाया सीतामढ़ी का मुद्दा

बता दें कि भारत ने बिहार के सीतामढ़ी जिले में सीमावर्ती क्षेत्र के पास नेपाल के सीमा सुरक्षा बल के हाथों शुक्रवार को हुई एक भारतीय की मौत के मामले को नेपाल के समक्ष उठाया है. भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, नेपाल के सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भीड़ पर गोली चलायी थी, जिसमें 22 वर्षीय भारतीय युवक की मौत हो गई और झड़प में दो अन्य घायल हुए थे. यह घटना ऐसे समय हुई है, जब नेपाल की संसद ने उस नक़्शे से जुड़े संविधान संशोशन को पास कर दिया है जिसमें भारत के इलाके कालापानी, लिपुलेख और लिम्प्युधारा को नेपाल में दिखाया गया है.

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