उत्तराखंड

उत्तराखंड में खोया जनाधार पाना चाहती है बसपा, सभी वर्गों तक पहुंचने की कोशिश

देहरादून। Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 बसपा विधानसभा चुनाव में सर्व समाज के विकास का वादा करते हुए अपने अभियान को धार दे रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रुड़की में आयोजित जनसभा में भी सर्व समाज के विकास को केंद्र में रखा। भाजपा और कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए दोनों पार्टियों पर सत्ता में आने के बाद अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक व उच्च जाति के गरीबों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। राज्य गठन से पहले संयुक्त उत्तर प्रदेश में ऊधमसिंह नगर जिले के गठन और अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक व गरीबों को खेती के लिए जमीन देने को बसपा की सभी वर्ग के प्रति विकास की सोच दर्शाने वाले निर्णय करार दिए।

राज्य गठन के बाद बसपा प्रदेश में तीसरे सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल रही। वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में बसपा को 10.93 प्रतिशत मत मिले थे। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा का मत प्रतिशत बढ़कर 11.76 प्रतिशत तक पहुंचा। वर्ष 2012 में बसपा पर जनता ने विश्वास और गहरा करते हुए मत प्रतिशत को 12.99 तक पहुंचाया। वर्ष 2017 में पार्टी इस मत प्रतिशत को बढ़ाने की उम्मीद जता रही थी। हालांकि, मोदी लहर में अन्य दलों की भांति बसपा का वोट बैंक भी उससे छिटक गया।

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