उत्तराखंड

उत्तराखंड में आपदा से फसल क्षति का कराया जा रहा आकलन, रिपोर्ट के बाद उठाए जाएंगे कदम

देहरादून। उत्तराखंड में 18 से 20 अक्टूबर को हुई अतिवृष्टि से धान समेत अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कुछ जिलों से क्षति का प्रारंभिक आकलन आया है। ऊधमसिंह नगर जिले में धान को अधिक क्षति का अनुमान है। उन्होंने बताया कि वास्तविक स्थिति के मद्देनजर अब राजस्व विभाग के साथ मिलकर सर्वे कराया जा रहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सर्वे रिपोर्ट जल्द से जल्द मुहैया कराई जाए, ताकि प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति दी जा सके।

आपदा से धान की फसल को ज्यादा क्षति पहुंची है। तमाम इलाकों में बारिश व जलभराव से खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई तो कई स्थानों पर खेतों में कटाई के बाद सूखने के लिए छोड़ा गया धान बेकार हो गया। ये बातें भी सामने आई हैं कि कुछ क्षेत्रों में फसलों को 90 फीसद तक नुकसान हुआ है। अन्य फसलों को भी क्षति पहुंची है।

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि सरकार किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। क्षति के मद्देनजर सर्वे चल रहा है और सभी प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो किसान क्षतिपूर्ति के तय मानकों के दायरे में नहीं आ पाएंगे, उन्हें भी मुआवजा देने के लिए व्यवस्था की जाएगी।

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