खास रिपोर्ट

कोरोनाकाल मे चांदी और शेयरों में निवेश कर आप कमा सकते हैं बड़ा मुनाफा

नई दिल्ली। कोविड-19 से मार्च में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट झेल चुका भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर तेजी के रास्ते पर लौट चुका है। दूसरी ओर, सोने में जारी तेजी के साथ चांदी की कीमतें भी नए रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रही हैं। एफडी और पीपीएफ जैसी लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें घटने से चांदी और शेयरों में निवेश फिर मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। 

एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट रुचित जैन बताते हैं कि बाजार में तेजी तो है पर अभी अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में बेहतर होगा कि ब्लूचिप कंपनियों पर दांव लगाएं। कंपनियों के तिमाही नतीजे भी आ रहे हैं, जो बाजार में सेंटीमेंट का काम करते हैं। इस पर भी नजर रखें।
टीसीएस, एचडीएफसी, आरआईएल, आईटीसी, विप्रो जैसे शेयर मुनाफा दिला सकते हैं। बाजार मार्च के निचले स्तर से 38 फीसदी चढ़ चुका है व 20 फीसदी तक उछाल की और उम्मीद है। हालांकि, निफ्टी में 10,000 व 10,600 तक उतार-चढ़ाव आ सकता है।
चार कारक निभाएंगे बड़ी भूमिका
  • चीन-भारत में तनाव  
  • अमेरिका के साथ भारत की व्यापारिक बातचीत 
  • एफपीआई निवेश जो जून में 21.23 हजार करोड़ रहा
  • बेहतर मानसून से अच्छी फसल 

ऐसे करें मुनाफावसूली

अभी शेयर 20 फीसदी तक गिरे हैं। अगर लंबे समय तक ब्लूचिप कंपनियों में निवेश कर रिटर्न का इंतजार कर सकते हैं तो बेहतर है, वरना दाम चढ़ते ही शेयर बेच देने चाहिए। -एके निगम, सीईओ बीपीएन फिनकैप

वैश्विक बाजार भी दे रहा साथ 

अमेरिकी शेयर बाजार का सबसे बड़ा सूचकांक एसएंडपी-500 भी मार्च के अपने निचले स्तर से करीब 44 फीसदी ऊपर आ चुका है, जो 90 वर्षों में सबसे तेज रिकवरी है। निचले स्तर पर खरीद करने वाले निवेशकों का मुनाफा भी 20 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। विश्लेषकों का मानना है कि इसमें अभी 15 फीसदी की तेजी और आने की संभावना है। हालांकि, अगर कोरोना जैसी कोई नई मुश्किल आती है तो यह 10 फीसदी टूट भी सकता है।

सोने से ज्यादा चांदी की चमक 

कोरोना के समय वैश्विक और घरेलू बाजार में सोने की मांग काफी ज्यादा रही है। जनवरी से अब तक सोना 23 फीसदी रिटर्न दे चुका है, जो अभी 10 फीसदी तक और चढ़ सकता है। इस तरह दिसंबर तक सोना 55 हजार का आंकड़ा पार कर जाएगा।

चांदी इस दौरान ज्यादा मुनाफा दे सकती है। इसका बड़ा कारण लोगों के पास पूंजी की कमी है, जिसकी भरपाई के लिए लोग पुराना सोना बेचने लगे हैं। उन्हें अच्छी कीमत मिल रही है, जो आने वाले समय में सोने की बढ़ती रफ्तार को धीमा कर सकता है। वहीं, चांदी की मांग उद्योगों से लेकर आम लोगों तक बढ़ने की उम्मीद है जो 6 महीने में 25 फीसदी उछाल पा चुकी है।

इसलिए खरीदें चांदी

  • सोने-चांदी का मूल्य औसत घट रहा जो जनवरी के 123 फीसदी से 98 फीसदी हो गया है
  • सोलर पैनल और ऊर्जा की बढ़ती मांग चांदी की खपत बढ़ाएगी 
  • लॉकडाउन के बाद उद्योगों में तेजी का अनुमान 
  • संक्रमण से कई खदानें बंद हुईं और आपूर्ति घटी 
  • 65 हजार तक जाएगी चांदी…
  • साल के आखिर तक चांदी 65 हजार रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। निवेशकों के लिए सही समय है। -अजय केडिया, एमडी, केडिया एडवाइजरी

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