IDBI Bank जल्द बनेगा प्राइवेट! साल 2022 तक ऐसे बदल जाएगा बैंक, तैयार किया गया है ये प्लान
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हो रही है कैबिनेट और CCEA ने 5 मई बुधवार को IDBI बैंक में रणनीतिक विनिवेश को मंजूरी दी थी. IDBI से LIC और सरकार अपना हिस्सा धीरे-धीरे कम करेगी और इसका मैनेजमेंट कंट्रोल भी ट्रांसफर किया जाएगा. इसके साथ आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया जाएगा. मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, विनिवेश की रणनीति के तहत एलआईसी IDBI बैंक में अपनी हिस्सेदारी को धीरे-धीरे बेचेगा. भारतीय जीवन बीमा निगम में इस वित्त वर्ष यानी 2021-22 में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेची जाएगी.
IDBI में है LIC की बड़ी हिस्सेदारी
आईडीबीआई की बड़ी हिस्सेदारी अब LIC के पास है. ऐसे में अब एलआईसी एक रणनीति बनाकर हिस्सेदारी को बेचेगा.LIC जिन नए खरीदार को ये हिस्सेदारी बेचेगा उसके पास न केवल बैंक में कैपिटल लगाने का पावर होगा, बल्कि नए हिस्सेदार तो अतिरिक्त तकनीकी पावर भी दिए जाएंगे ताकि वो प्रकिया को पूरा करने में सक्षम हो सके.
मनी कंट्रोल ने एक अधिकारी के हवाले से लिखा है कि नए खरीदार को न केवल बैंक में पूंजी का उपयोग करने में सक्षम होना चाहिए बल्कि अपने साथियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए आईडीबीआई बैंक के लिए अतिरिक्त तकनीक प्राप्त करना चाहिए. सरकार को उम्मीद है कि IDBI Bank के लिए निवेश करने वाला रणनीतिक खरीदार में पूंजी और नई टेक्नोलॉजी का निवेश करेगा. LIC जिन नए खरीदार को ये हिस्सेदारी बेचेगा उसे कैपिटल लगाने और तकनीकी पावर भी दिए जाएंगे.
IDBI Bank में सरकार और LIC की 94% हिस्सेदारी
बता दें कि IDBI Bank में केंद्र सरकार और एलआईसी की कुल हिस्सेदारी 94 प्रतिशत से ज्यादा है. इसमें एलआईसी के पास आईडीबीआई बैंक के कुल 5,29,41,02,939 शेयर है और इसकी हिस्सेदारी करीब 49.24 फीसदी की है. वही मौजूदा समय में इसमें सरकार की हिस्सेदारी 45.48 फीसदी की है.