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सोमवती अमावस्या 2020: हरिद्वार में आज अस्थि विसर्जन और गंगा स्नान पर रोक, यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर बढ़ाई सख्ती

हरिद्वार: सावन की महाशिवरात्रि सकुशल संपन्न कराने के बाद अब हरिद्वार पुलिस और प्रशासन का पूरा फोकस सोमवती अमावस्या पर आज गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आने वाले बाहरी श्रद्धालुओं को रोकने पर है। पहले से ही सील यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। यही नहीं, सोमवती अमावस्या तक अस्थि विसर्जन के लिए आने वालों पर भी रोक लगा दी गई है। रविवार को बॉर्डर से एक हजार से ज्यादा वाहनों को पुलिस ने लौटा दिया। डीएम और एसएसपी खुद व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं।

कोरोना संक्रमण के कारण जारी लॉकडाउन में हरिद्वार में गंगा स्नान पहले से ही प्रतिबंधित था, लेकिन बाद में जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई तो पहले अस्थि विसर्जन के लिए आने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, अभी तक किसी बड़े स्नान के लिए बाहरी लोगों को नहीं आने दिया गया। ऐसे में बैशाखी, गुरु पूर्णिमा आदि स्नान पर्वों पर बाहरी श्रद्धालु हरिद्वार नहीं आ सके। सावन में पूरी कांवड़ यात्रा भी प्रतिबंधित रही। महाशिवरात्रि पर शिवालयों में जलाभिषेक भी रोक लगा दी गई। वहीं, सोमवार को सोमवती अमावस्या के स्नान पर भी रोक है। इसके लिए प्रशासन ने नारसन, भगवानपुर, खानपुर और लक्सर के बॉर्डर समेत उन सभी रास्तों को सील कर दिया है, जो उत्तराखंड को यूपी से जोड़ते हैं। रविवार को लॉकडाउन के चलते भगवानपुर के मंडावर और काली

नदी पुलिस चेक पोस्ट पर पुलिस ने सघन चेकिंग की।

ऐसे में बॉर्डर पर वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं। पुलिस ने उन वाहनों को लौटा दिया, जो मेडिकल या अन्य जरूरी कारणों के बजाय हरिद्वार आना चाहते थे। नारसन और खानपुर बॉर्डर पर भी सघन चेकिंग के बाद ही वाहनों को प्रवेश दिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तीनों बॉर्डर पर रविवार को एक हजार से ज्यादा वाहनों को लौटाया गया। दोपहर में कुछ समय के लिए अघोषित रूप से अस्थि विसर्जन के लिए लोगों को कुछ छूट दी गई, लेकिन बाद में फिर पूरी तरह रोक दिया गया। एसपी देहात एसके सिंह और सीओ मंगलौर अभय प्रताप सिंह लगातार चेकिंग पर नजर रख रहे थे। एसएसपी डी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने बताया कि बॉर्डर पूरी तरह सील है। फिलहाल अस्थि विसर्जन के लिए आने वालों पर रोक है। सोमवती अमावस्या के बाद ही अस्थि विसर्जन के लिए आने वालों को अनुमति दी जाएगी।

हरकी पैड़ी पर स्थानीय लोग भी नहीं लगा सके डुबकी

सावन की महाशिवरात्रि पर हरकी पैड़ी पर सन्नाटा पसरा रहा। शहरवासी तक गंगा में डुबकी नहीं लगा सके। लॉकडाउन के चलते हरकी पैड़ी के चप्पे चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात रही। इसके साथ ही आज सोमवार को पड़ने वाले सोमवती अमावस्या स्नान पर्व के लिए भी हरिद्वार पुलिस ने कमर कस ली है। किसी को भी गंगा स्नान की इजाजत नहीं है।

महाशिवरात्रि के दिन हरकी पैड़ी समेत हरिद्वार के अन्य गंगा घाटों पर हर बार श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता रहा है। खासकर सोमवती अमावस्या के लिए तो एक दिन पहले ही पूरा शहर पैक हो जाता था, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते स्थिति इसके उलट है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लागू लॉकडाउन के मद्देनजर पुलिस ने पहले ही श्रद्धालुओं को स्नान से रोकने के लिए रणनीति बना ली थी। बॉर्डर से लेकर शहर तक पुलिस की सख्ती के कारण बाहरी श्रद्धालु हरिद्वार नहीं पहुंच पाए। यही नहीं, शहरवासी भी स्नान के लिए हरकी पैड़ी नहीं पहुंचे। महाशिवरात्रि पर रविवार को सुबह से ही पुलिस फोर्स पूरी तरह से मुस्तैद रही।

कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह की अगुवाई में पुलिस फोर्स ने हरकी पैड़ी को पूरी तरह से सील कर दिया था। हरकी पैड़ी पहुंचने वाले हर संपर्क मार्ग पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी थी। यदि किसी शहरवासी ने हरकी पैड़ी पहुंचने की कोशिश भी की तो उसे पुलिस ने लौटा दिया। हालांकि अन्य गंगा घाटों पर जरूर कुछ लोगों ने डुबकी लगाई। नगर पुलिस अधीक्षक कमलेश उपाध्याय ने बताया कि सोमवती अमावस्या पर भी किसी को गंगा में डुबकी नहीं लगाने दी जाएगी। इसके लिए पुलिस पूरी तरह अलर्ट है।

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