उत्तराखंड चुनाव: कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक पर अब भाजपा की नजर, पार्टी ने सक्रिय किए अपने ये दो प्रकोष्ठ
देहरादून। Uttarakhand Assembly Elections 2022 उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए हैं। इसके लिए अब एक-दूसरे के वोट बैंक में सेंधमारी का काम शुरू हो गया है। भाजपा इस कड़ी में कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक माने जाने वाले अनुसूचित जाति-जनजाति और अल्पसंख्यक समुदाय को अपने पाले में करने की मशक्कत में जुट गई है। इसके लिए विधानसभा स्तर पर सम्मेलनों का आयोजन करने के साथ ही इन समुदाय के बड़े नेताओं को भी पार्टी में लाया जा रहा है।
प्रदेश में अल्पसंख्यक व अनुसूचित जाति के वोटर को कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक माना जाता है। प्रदेश में मुस्लिम, सिख, बौद्ध, जैन व अन्य अवर्णित समुदाय की संख्या कुल आबादी की 17 फीसद है। वहीं 82.97 फीसद हिंदु आबादी का एक बड़ा वर्ग अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय से है। मैदानी जिलों में इनकी बहुलता अधिक है। यही कारण है कि कांग्रेस का मैदानी सीटों पर दबदबा अधिक रहता है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी भी अनुसूचित जाति व अल्पसंख्यक समुदाय का वोट हासिल करने में कामयाब रहती हैं।