उत्तराखंड में भारी बारिश से पहाड़ से मैदान तक जनजीवन प्रभावित, अगले दो दिन लेकर आरेंज अलर्ट
देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश से पहाड़ से मैदान तक जनजीवन प्रभावित है। पहाड़ में कई जगह खेतों और सड़कों के बहने की सूचना है। मैदान में भी बारिश का पानी और मलबा घरों व दुकानों को नुकसान पहुंचा रहा है। प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों समेत करीब चार दर्जन मार्ग बाधित हैं। इधर, देहरादून में बादल फटने से खासा नुकसान हुआ है। बुधवार को यहां 12 घंटे के भीतर रिकार्ड 250 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। अगस्त में एक दिन में 70 साल बाद इतनी अधिक बारिश हुई है। बारिश के कारण दून-ग्लोगी मार्ग भी दिनभर बाधित होता रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले दो दिन देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ आदि जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसको लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही जिला प्रशासन को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।
मंगलवार शाम से प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। देहरादून और नैनीताल समेत कई जिलों में भारी बारिश का दौर बुधवार को भी जारी रहा। दून में सहस्रधारा रोड, राजपुर, रायपुर, करनपुर, जाखन, गढ़ी समेत आसपास के इलाकों में भारी बारिश हुई। इससे रिस्पना-बिंदाल समेत तमाम नदी-नाले उफान पर आ गए। बारिश के पानी से सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं।
उधर, टिहरी के नरेंद्रनगर ब्लाक के ग्राम काटल में मंगलवार रात हुई भारी बारिश के बाद मलबा आने से काफी नुकसान हुआ। मलबा खेतों में भी घुस गया, जिससे धान की फसल बर्बाद हो गई। इसके अलावा क्षेत्र में बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिससे गांव अंधेरे में डूबा है। वहीं, ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सोनी गांव के पास पहाड़ी पर भूस्खलन होने से करीब पांच घंटे बाधित रहा। इससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई।