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भारत के सामने घुटने टेक रहा है पाकिस्तान, बार-बार वार्ता की लगा रहा है गुहार

इस्लामाबाद। पाकिस्तान इन दिनों दुनिया की मानचित्र पर अलग-थलग पड़ गया है। इसका एकमात्र कारण है आतंकवाद को पनाह देना। इसको लेकर उसे लगातार चौतरफा हमले झेलना पड़ रहा है। यही वजह है कि आर्थिक हालात भी बिगड़ते जा रहे हैं। इस बीच गुरुवार को पाकिस्तान के सुर बदले हुए दिखे। इमरान खान की सरकार ने कहा है कि वह भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहा और कभी वार्ता से गुरेज नहीं किया।

दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच हुई वार्ता के मद्देनजर भारत के साथ बातचीत की संभावनाओं को लेकर पूछे गए सवाल के बाद विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने यह टिप्पणी साप्ताहिक प्रेसवार्ता के दौरान की। उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान ने कभी वार्ता से गुरेज नहीं किया और जम्मू-कश्मीर समेत तमाम लंबित मुद्दों के हमेशा शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया।”

भारत ने पिछले महीने कहा था कि वह आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी वाले संबंधों की इच्छा रखता है और ऐसा माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।

कश्मीर में हालात सामान्य करने के भारत के कदमों का अमेरिका ने किया स्वागत
भारत द्वारा अपने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के आर्थिक एवं सियासी हालात को पूर्ण रूप से सामान्य करने की दिशा में उठाए गए कदमों का अमेरिका ने बुधवार को स्वागत किया। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका जम्मू-कश्मीर में बदलते हालात पर लगातार नजर रख रहा है। उन्होंने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कश्मीर के संबंध में अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।

प्राइस ने कहा, ”भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आर्थिक और सियासी हालात को पूरी तरह से सामान्य करने के लिए उठाए गए कदमों का हम स्वागत करते हैं। जैसा कि हमने पहले कहा है, विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकेन को अपने भारतीय समकक्ष के साथ द्विपक्षीय रूप से और क्वाड के जरिए बात करने के अवसर मिले हैं।”

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