हरिद्वार: श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि के पट्टाभिषेक की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पट्टाभिषेक समारोह में देशभर के संत महापुरुषों के साथ कई मंत्रियों के पहुंचने की संभावना है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर पद पर अभिषेक के बाद स्वामी कैलाशानंद गिरि का अखाड़े में स्वागत किया जाएगा।
आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकांनद गिरि ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म की पताका को देश दुनिया में फहराएंगे। उनके नेतृत्व में निरंजनी अखाड़ा धर्म व अध्यात्म के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि अखाड़े के ईष्ट देव भगवान कार्तिकेय व सभी तेरह अखाड़ों के सानिध्य में स्वामी कैलाशानंद गिरि आचार्य महामंडलेश्वर पद पर विराजमान किया जाएगा। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी ने बताया कि भव्य रूप से आयोजित किए जा रहे पट्टाभिषेक समारोह में धर्म व अध्यात्म क्षेत्र की अनेक विभूतियां मौजूद रहेंगी। वहीं, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि संन्यास दीक्षा लेने के साथ कैलाशानंद ब्रह्मचारी अब संन्यासी बन गए हैं। अब उन्हें कैलाशानंद ब्रह्मचारी नहीं कैलाशानंद गिरि के नाम से ही जाना जाएगा।
महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि का कहना है कि संन्यास लेने के लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि, महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि और श्रीपंचायती निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने उन्हें प्रेरणा दी। उन्होंने ही कहा था कि आपको आचार्य महामंडलेश्वर बनना है। उन्होंने कहा कि विद्वान व्यक्ति वही होता है, जिसमें सेवा का भाव हो। कैलाशानंद ने कहा कि वह 45वें वर्ष में प्रवेश कर गए हैं। अग्नि अखाड़े के बाद उनका जीवन श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के लिए रहेगा। जब भी अग्नि अखाड़े को जरूरत होगी, वह हर सेवा के लिए तैयार रहेंगे।