उत्तराखंड

अगले दो दिन देहरादून और नैनीताल समेत सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

देहरादून। बारिश के कारण उत्तराखंड में दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लगातार भूस्खलन से प्रदेश में 75 से अधिक सड़कों पर आवाजाही ठप है। अकेले पिथौरागढ़ जिले में करीब 40 मार्ग बंद हैं। गढ़वाल में बदरीनाथ, गौरीकुंड समेत कई अन्य प्रमुख मार्गों पर रुक-रुककर मलबा आने का सिलसिला जारी है। इसके अलावा मकान और पुस्ते ढहने के कारण भी काफी नुकसान हुआ है।

मौसम विभाग की ओर से अगले दो दिन पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पौड़ी व नैनीताल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते शासन की ओर से भी उक्त जिलों में सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।

उत्तराखंड में मानसून चरम पर है और पहाड़ी क्षेत्र इसकी सबसे ज्यादा मार झेल रहे हैं। मंगलवार को भी पिथौरागढ़ के धारचूला, मुनस्यारी तहसील में भारी बारिश हुई। वहीं, अल्मोड़ा में बारिश व भूस्खलन के कारण रानीखेत-बदरीनाथ हाईवे पांचवें दिन भी बंद रहा। बागेश्वर में बारिश से तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए। यहां 13 सड़कों पर मलबा आने से यातायात ठप है।

धारचूला क्षेत्र के जुम्मा गांव में भूस्खलन के बाद लापता भागीरथी देवी का मंगलवार देर शाम तक पता नहीं चल सका। वहीं, तहसील बंगापानी के भट्भटा, देवलेक में पड़ी दरारें चौड़ी होती जा रही हैं। यहां 16 से अधिक परिवारों ने मकान छोड़ दिए हैं। चीन सीमा को जोडऩे वाला लिपुलेख मार्ग 15 दिन बाद मंगलवार को खुल गया। अलबत्ता, सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग और मुनस्यारी-मिलम मार्ग अब भी बंद हैं।

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