Gold Price: सोने की कीमतें 5 साल में तोड़ देंगी सभी रिकॉर्ड, 90 हजार रुपये के स्तर को कर सकती हैं पार
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ने के साथ दुनियाभर में सोने की कीमतों में उठापटक जारी है. इस बीच 25 करोड़ डॉलर के क्वाडरिगा इग्नियो फंड को संभालने वाले डिएगो पैरिला का कहना है कि गोल्ड की कीमतें अगले 3 से 5 साल के भीतर दोगुनी हो जाएंगी. इस दौरान सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमत 3000-5000 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच सकता है. फंड मैनेजर का कहना है कि कई देशों में दिए जा रहे राहत पैकेज से केंद्रीय बैंकों को होने वाली मुश्किलों की निवेशकों को ज्यादा जानकारी नहीं है. इसलिए सोने की कीमतें लगातार बढ़ती जाएंगी.
‘केंद्रीय बैंकों के लिए सामान्य स्थिति में लौटना मुश्किल होगा’
फंड मैनेजर ने कहा कि खराब मॉनेटरी और फिस्कल पॉलिसीज के कारण लंबी अवधि में होने वाले नुकसान को लेकर निवेशकों में ज्यादा जागरूकता नहीं है. उन्होंने बताया कि ब्याज दरों को जानबूझकर कम रखने से ऐसे एसेट बबल बने हैं, जिनका फूटना मुश्किल है. इससे केंद्रीय बैंकों के लिए सामान्य स्थिति में लौटना मुश्किल होगा. डिएगो का कहना है कि गोल्ड में तेजी के सभी कारण मजबूत हैं. महामारी के कारण 2020 के दौरान दुनियाभर में हुए भारी नुकसान के बीच गोल्ड 2,075.47 डॉलर प्रति औंस के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा था. हालांकि, पिछले कुछ सप्ताह से यह 1,800 डॉलर प्रति औंस के आसपास चल रहा है.
90000 रुपये/10 ग्राम के स्तर को पार कर सकता है गोल्ड
अमेरिका में फेडरल रिजर्व के पॉलिसी को सख्त करने का संकेत देने के बाद जून 2021 में सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई थी. डिएगो का मानना है कि केंद्रीय बैंकों का स्थिति पर वैसा नियंत्रण नहीं है, जैसा लोग सोच रहे हैं. बता दें कि डिएगो ने इससे पहले 2016 में गोल्ड के पांच साल में नए उच्चस्तर पर पहुंचने का अनुमान दिया था. डिएगो गोल्डमैन सैक्स और बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के साथ काम कर चुका है. वहीं, फंड मैनेजर को कीमती धातुओं के कारोबार में 25 साल से ज्यादा का अनुमभव है. अब अगर डिएगो के अनुमान को भारत के लिहाज से समझें तो अगले 5 साल में सोने की कीमतें 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर सकती हैं.