Assam के सीएम हिमंत ने Rajiv-Rahul Gandhi पर की विवादित टिप्पणी, Congress बोली- उनका मानसिक संतुलन बिगड़ा
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने उनपर पलटवार किया है. कांग्रेस ने कहा है कि सीएम हिमंत अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है. जानिए पूरा मामला क्या है.
उत्तराखंड में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के पक्ष में प्रचार करते हुए असम के मुंख्यमंत्री सरमा ने कहा कि देश के प्रथम रक्षा प्रमुख दिवंगत बिपिन रावत के नेतृत्व में पाकिस्तान में सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक का राहुल गांधी ने सबूत मांगा. उन्होंने कहा, ‘‘क्या मैंने कभी सबूत मांगा कि आप राजीव गांधी के बेटे हो या नहीं.’’
रावत को ‘सड़क का गुंडा’ कहने वाली कांग्रेस उनके नाम पर वोट मांग रही- सरमा
इस संबंध में बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस को सेना के यह कहने पर विश्वास करना चाहिए कि उन्होंने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की और इसमें कोई विवाद नहीं होना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस की इस बात के लिए भी आलोचना की कि कभी जनरल रावत को ‘सड़क का गुंडा’ कहने वाली कांग्रेस आज उनके कटआउट लगाकर उनके नाम पर वोट मांग रही है.
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल व कांग्रेस नेताओं में जिन्ना की आत्मा बस गई है और वे वही बात कर रहे हैं कि जो देश विभाजन के दोषी जिन्ना कहा करते थे. उन्होंने कहा, ‘ हम स्वयं असम में कांग्रेस की सरकारों के अलसंख्यक तुष्टीकरण के दाग अभी तक धो रहे हैं. यहां भी कल तक नमाज की छुट्टी घोषित करने वाले कांग्रेसी नेता बंद कमरों में मुस्लिम यूनिवर्सिटी का वादा कर रहे हैं. बीजेपी कभी देवभूमि में कांग्रेस की इस मंशा को पूरा नहीं होने देगी.’’
मानसिक संतुलन खो चुके हैं हिमंत बिश्व सरमा- कांग्रेस
कांग्रेस ने हिमंत बिश्व सरमा की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरमा मानसिक संतुलन खो चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निष्ठा प्राप्त करने के लिए अपनी पुरानी पार्टी को गाली दे रहे हैं.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘हार सामने देख असम के (कांग्रेस के भगोड़े) मुख्यमंत्री ने मानसिक संतुलन खो कर राजनीतिक दिवालियेपन की सब हदें पार कर ली. अब मोदी जी की निष्ठा प्राप्त करने के लिए अपनी पुरानी पार्टी को गाली देना ज़रूरी है. ये हिमंत सरमा के छिछोरेपन व घटिया सोच का सबूत है.’’ सरमा कुछ साल पहले बीजेपी में शामिल होने से पहले कांग्रेस में थे.