जानिए नेतृत्व का मसला सुलझने के बाद भी वो कौन सी चिंता है, जो सता रही है उत्तराखंड कांग्रेस को
देहरादून। Uttarakhand Assembly Elections 2022 उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव की लड़ाई में नेतृत्व का मसला कांग्रेस ने भले ही हल कर लिया, लेकिन पार्टी में अब भी गुटबाजी की गहरी छाया है। इससे पार पाने और खींचतान मनमुटाव का रूप न ले, पार्टी के रणनीतिकार इस चिंता में डूबे हैं। प्रमुख प्रतिपक्षी पार्टी दिग्गजों को एक साथ लाने और एकजुट करने के लिए जरूरी कदम उठा सकती है।
कांग्रेस पिछले पांच महीनों से चुनाव प्रचार को धार देने में ताकत झोंके हुए है। प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की नाराजगी के बाद पार्टी चुनाव में नेतृत्व के मसले का समाधान कर चुकी है। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद सभी क्षत्रप चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व पर हामी भर चुके हैं। इस बदले माहौल में गुटबाजी और पुख्ता होती दिखाई दे रही है। दरअसल चुनाव के मौके पर कांग्रेस के भीतर हालिया घटनाक्रम के बाद पार्टी का एक धड़ा इसे जीत के रूप में दर्शा रहा है तो दूसरे गुट ने चुप्पी साधकर अब पार्टी के कार्यक्रमों से कन्नी काटना प्रारंभ कर दिया है।