रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में आएंगे भारत, इसी माह पहुंचेगी S-400 की पहली खेप
नई दिल्ली. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर के पहले हफ्ते में भारत के दौरे पर आ सकते हैं. पुतिन के भारत दौरे के समय कई अहम समझौतों पर बात होगी. रूसी राष्ट्रपति का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब एयर डिफेंस सिस्टम S-400 की पहली खेप इस साल के अंत तक भारत पहुंचने वाली है. बता दें कि दोनों देशों के बीच सालाना शिखर सम्मेलन की संभावित तारीख 6 दिसंबर है. कोरोना महामारी के बीच रूसी राष्ट्रपति की साल 2021 में यह दूसरी विदेश यात्रा है.
भारत और रूस के बीच हर साल होने वाले इस शिखर सम्मेलन में पुतिन आखिरी बार साल 2008 में आए थे. पुतिन के इस भारत दौरे के समय ही S-400 डील पर दोनों देशों ने साइन किए थे. इसके बाद साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्लादिवोस्तोक का दौरा किया था. प्रधानमंत्री मोदी के रूसी दौरे के समय भारत ने उस वक्त पूर्वी रूस के विकास में भारतीय बिजनेस भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक बिलियन डॉलर के सॉफ्ट क्रेडिट लाइन की घोषणा की थी.
दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति के भारत दौरे के समय भी S-400 पर विस्तार से बातचीत होने की उम्मीद है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान रूस ने भारत की काफी मदद की थी. रूसी वैक्सीन स्पूतनिक का भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा रहा है. ऐसे में दोनों देशों के बीच होने वाले शिखर सम्मेलन में कोरोना महामारी पर भी बातचीत की संभावना है. इसके साथ अफगानिस्तान के मामले पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हो सकती है.
बता दें कि अफगानिस्तान के मसले पर दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा साहकार ने बातचीत की थी. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से रूसी NSA निकोलाई पी. पत्रुशेव दो बार भारत का दौरा कर चुके हैं. भारत और रूस के बीच रक्षा संबंध बेहद मजबूत हैं. रूस पिछले काफी समय से भारत में अपने रक्षा उपकरण तैयार कर रहा है. इसके साथ ही 1136।6 फ्रिगेट, असॉल्ट राइफल AK-203 का निर्माण भी भारत में किए जाने की तैयारी है. एयर डिफेंस सिस्टम S-400 के साथ ही आने वाले समय में रूस भारत को Su-30 MKI, मिग -29 और गोला-बारूद की अतिरिक्त आपूर्ति करेगा.