5 ट्रिलियन की इकोनॉमी के लक्ष्य के लिए हम अब भी है प्रतिबद्ध, आलोचक कर रहे है सरकार की छवि खराब: PM मोदी
एक अंग्रेजी अखबार को दिये इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने ये बातें कहीं. उन्होंने इस इंटरव्यू में इकोनॉमी, कोविड-19, निवेश, सुधार जैसे कई मसलों पर बात की. कोविड महामारी के बाद की तेजी से बदलती दुनिया में ‘नये भारत’ की क्या भूमिका होगी इस पर भी उन्होंने बात की.
यह कोविड महामारी के बाद प्रधानमंत्री का पहला इंटरव्यू है. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद दुनिया की व्यवस्था तेजी से बदल रही है और ‘न्यू इंडिया’ की इसमें नई भूमिका होगी. उन्होंने कहा कि भारत ने सख्त लॉकडाउन लगाकर लाखों लोगों की जान बचाई है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था अब सुधार की तरफ बढ़ रही है और वह अब भी इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि 2024 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल कर लेगा.
उन्होंने अपने आलोचकों पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि वे उनकी छवि खराब करना चाहते हैं और सरकार को उसके कार्यों का क्रेडिट नहीं देना चाहते.
श्रम कानून से सबका फायदा
कृषि और श्रम सुधारों की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये वैश्विक निवेशकों के लिए बड़े संकेत हैं. उन्होंने कहा कि नये लेबर कोड नियोक्ताओं और कर्मचारियों दोनों के लिए फायदेमंद हैं. उन्होंने कहा कि इसके पहले जो श्रम कानून थे वे श्रमिकों के अलावा बाकी सभी लोगों के फायदे के लिए थे. उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनाना है तो एसे सुधार जरूरी हैं.
क्या चीन की जगह लेगा भारत
क्या भारत दुनिया में सप्लाई चेन का केंद्र बनने में चीन की जगह ले सकता है? इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारा प्रयास किसी देश का विकल्प बनना नहीं है, बल्कि एक ऐसा देश बनना है जो दुनिया को अनूठे अवसर प्रदान करता हो.’