उत्तराखंड: विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष ने न पूछे सवाल, न कार्यस्थगन में उठाए मामले: कौशिक
देहरादून। एक दिनी विधानसभा सत्र में जनहित के मुद्दों पर चर्चा के बचने के विपक्ष के आरोपों पर शुक्रवार को सरकार ने पलटवार किया। सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने प्रमुख प्रतिपक्षी दल कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्ष ने सवाल उठाने से बचने की कोशिश की। यहां तक कि कार्य स्थगन के तहत भी मुद्दों को नहीं उठाया गया।
बीते रोज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि एक दिनी विधानसभा सत्र में सरकार ने जनहित के मुद्दों को उठाने का मौका नहीं दिया। सरकार ने सवालों से भागने की कोशिश की। विपक्ष के इन आरोपों का जवाब देने को शासकीय प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक शुक्रवार को पूरी तैयारी के साथ मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने सदन में विपक्ष की भूमिका को कठघरे में खड़ा कर दिया।
उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि विपक्ष ने अपने अधिकार का उपयोग ही नहीं किया। प्रश्नकाल नहीं था। उनके पास सत्र शुरू होते ही शून्यकाल के दौरान कार्य स्थगन के तहत किसी भी विषय को उठाने का अधिकार था। सरकार ने विषय उठाने की मनाही नहीं की थी। आपदा, कोविड-19, बेरोजगारी और महंगाई समेत हर मुद्दे पर जवाब देने को सरकार ने तैयारी की, ताकि आम जनता को भी सही स्थिति का पता चल सके।