उत्तराखण्ड: हरिद्वार में लगातार बढ़ रहे केस, कोरोना जांच के लिए अब घर आएगी वैन
हरिद्वार । हरिद्वार जनपद में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के केस को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग भी बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब लोगों को अपना सैंपल देने के लिए अस्पतालों में घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सितंबर के पहले सप्ताह से कोरोना टेस्ट लैब वैन काम करना शुरू कर देगी।
मालूम हो कि हरिद्वार जनपद में शहर से देहात तक बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमण फैल चुका है। शायद ही कोई दिन हो जब सौ से कम केस आते हों। जनपद में रिकोर्ड कंनटेमेंट जोन हैं। किसी भी गली और मोहल्ले में कोरोना का केस सामने आने पर आसपास के लोग सभी लोगों की जांच की मांग उठाने लगते हैं।
बेंगलुरु की एक लैब से एमओ
लोगों की मांग और सैंपलिंग बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने बेंगलुरु की एक लैब से एमओ किया है। लैब दो वैन जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएगी। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि एक वैन से एक दिन में सौ सैंपल और दूसरी वैन से एक ही दिन में पांच सौ सैंपल की जांच हो पाएगी।
उन्होंने बताया कि अभी यह तय नहीं हुआ कि किसी वैन को लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिसके बेहतर रिजल्ट होंगे उसको ही जांच के लिए रखा जाएगा। यह वैन घर-घर जाकर सैंपल लेगी। सितंबर के प्रथम सप्ताह में वैन आ जाएगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि इसके अलावा जनपद में सैंपलों के चार कलेक्शन सेंटर और बनाए जा रहे हैं। एक रोशनाबाद में, दूसरा रेलवे स्टेशन पर खोला जा रहा है। अन्य दो जरूरत वाले स्थानों पर खोले जाएंगे।
122 मरीजों के मामले आए सामने
बुधवार को हरिद्वार में 122 मरीजों के मामले सामने आए हैं। इनमें से 58 से संपर्क नहीं हो सका। संपर्क न होने पर विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि कोविड केयर सेंटरों में 387 मरीज भर्ती हैं।
जनपद में अब तक 3958 मरीजों के मामले सामने आ चुके हैं। बुधवार को स्वस्थ होने पर 46 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक 58379 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से 55311 सैंपलों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, जबकि अभी 3068 सैंपलों की रिपोर्ट आनी शेष है। मरीजों के मामले आने पर 1047 लोगों के सैंपल लिए गए। अब जनपद में 298 क्षेत्र पाबंद हैं।