भारत ने आज से इन दो देशो के लिए शुरू की इंटरनेशनल फ्लाइट सेवाये
नई दिल्ली. भारत सरकार ने करीब 90 दिन के बाद इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने का फैसला किया है. फ्रांस और अमेरिका के साथ एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके हिसाब से अब यह देश शुक्रवार से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू कर पाएंगे.
सिविल एविएशन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ हफ्ते में इसी तरह के समझौते जर्मनी और फ्रांस के साथ भी किये जायेंगे. इसका मतलब यह है कि जुलाई या अगस्त में अब जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों के लिए भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू हो सकती है. आने वाले दिनों में भारत और इंग्लैंड के बीच दिल्ली-लंदन फ्लाइट एक दिन में दो बार उड़ान भरेगी. जर्मनी की तरफ से लुप्थांसा एयरलाइन के साथ बातचीत लगभग फाइनल हो चुकी है. भारत की तरफ से एयर इंडिया फ्रांस और अमेरिका के लिए उड़ान भरेगी.
भारत और इंग्लैंड के बीच दिल्ली-लंदन फ्लाइट
रोजाना दो बार उड़ान भरेगी. जर्मनी की तरफ से लुप्थांसा एयरलाइन के साथ इस तरह की बातचीत फाइनल हुई है. भारत की तरफ से एयर इंडिया फ्रांस और अमेरिका के लिए उड़ान भरेगी.
शनिवार से शुरू होंगी 28 इंटरनेशनल फ्लाइट
18 जुलाई से एयर फ्रांस 28 इंटरनेशनल फ्लाइट दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और पेरिस के बीच शुरू करेगी. अमेरिका की तरफ से यूनाइटेड एयरलाइन 18 इंटरनैशनल फ्लाइट 17 जुलाई से 31 जुलाई के बीच शुरू करेगी.
यूनाइटेड एयरलाइन रोजाना दिल्ली और नेवार्क के बीच उड़ान भरेगी. इसके अलावा एक सप्ताह में 3 दिन दिल्ली और सैन-फ्रांसिस्को के बीच उड़ान भरेगी.
भारत सरकार ने फ्रांस और अमेरिका के साथ की है डील
भारत ने फ्रांस और अमेरिका के साथ एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके हिसाब से अब यह देश शुक्रवार से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू कर पाएंगे. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ हफ्ते में इसी तरह के समझौते जर्मनी और फ्रांस के साथ भी किए जाएंगे. इसका मतलब यह है कि जुलाई या अगस्त में अब जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों के लिए भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू हो सकती है.
आपको बता दें कि दुनिया भर में कोरोना महामारी के कहर के बीच भारत ने 23 मार्च से अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट रोक दी थी. 25 मार्च से ही पूरे देश में लॉकडाउन किया गया था. दो महीने बाद 25 मई से घरेलू फ्लाइट शुरू कर दी गयी है.
शुरुआत में एयरलाइन को 33 फीसदी क्षमता के साथ घरेलू उड़ान की इजाजत दी गई थी, 26 जून को इसे बढ़ाकर 33-45 फीसदी तक किया गया. उम्मीद की जा रही है कि अगले-दो-तीन महीने में घरेलू फ्लाइट को 60 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान की इजाजत मिल जाएगी.