उत्तराखंड

उत्तराखण्ड: कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के भाई समेत 28 भाजपाई होंगे क्वारंटीन, साध्वी और संत भी शामिल

हरिद्वार I हरिद्वार में भाजपा की ओर से आयोजित राशन वितरण कार्यक्रम में शामिल एक युवक के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद प्रशासन ने कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के भाई मुकेश कौशिक समेत 28 भाजपाइयों को होम क्वारंटीन करने का निर्णय लिया है। इसमें एक साध्वी और एक संत भी शामिल हैं। 25 मई को भाजपा ने रामलीला भवन में राशन वितरण कार्यक्रम आयोजित किया था।

इस कार्यक्रम में एक ऐसा युवक भी शामिल हुआ जिसका सैंपल लेने के बाद उसे होम क्वारंटीन किया गया था। 26 मई को आई रिपोर्ट में यह युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इस कार्यक्रम मे कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक भी कुछ देर के लिए गए थे। कार्यक्रम में कोरोना पॉजीटिव के पहुंचने की बात को लेकर सरकारी मशीनरी हरकत में आ गई थी।

दो दिन तक चली जांच पड़ताल के बाद एलआईयू व हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने 28 चेहरों को चिन्हित कर उनके नाम पते बाकायदा जिला प्रशासन को सौंप दिए हैं। एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी लोगों के नामों की सूची जिलाधिकारी को सौंप दी गई है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि संक्रमित युवक के संपर्क में आने वाले लोगों की सूची मिल गई है। स्वास्थ्य विभाग को इनको होम क्वारंटीन करने के निर्देश दे दिए हैं।

सूची में ये नाम है शामिल

साध्वी विश्वेश्वरी देवी, चिन्मयानंद बापू, मुकेश कौशिक, जिला महामंत्री विकास तिवारी, भाजपा मंडल अध्यक्ष सप्तऋषि वीरेंद्र तिवारी, महामंत्री तरुण नैयर, स्वामी देवानंद महाराज, दिनेश पांडे, पार्षद ललित रावत, अनिल मिश्रा, अनिल वशिष्ठ, मोहित, राहुल शर्मा, सौरभ शर्मा, विकल राठी, दीपक शर्मा, विकास कुमार, कमल बृजवासी, विरेंद्र चड्ढा, पूनज मखीजा, सुमित श्रीकुंज, पिंटू उर्फ मनोज शर्मा, अनिल ठाकुर, प्रदीप कालरा, बलकेश राजौरिया, चंद्राकांत पांडे, पांत्री, सुनील मिश्रा शामिल हैं।

सीएचसी का सारा स्टाफ होम क्वारंटीन, लटके ताले

बहादराबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सारे स्टाफ को होम क्वारंटीन करने के बाद अस्पताल में ताले लटक गए हैं। खास बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्टाफ को होम क्वारंटीन करने के बाद अब तक उनके सैंपल नहीं लिए हैं। ऐसे में पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारी दहशत में हैं। मालूम हो कि बहादराबाद सीएचसी की टीबी लैब में तैनात तकनीशियन में कोरोना के प्राथमिक लक्षण मिलने के बाद सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। मंगलवार को आई रिपोर्ट में वह संक्रमित होना पाया गया।

पता चला है कि लैब तकनीशियन इस दौरान वहां तैनात स्टाफ के संपर्क में आता रहा। बुधवार को अस्पताल की ओपीडी बंद कर दी थी। अस्पताल में कोई मरीज भर्ती नहीं होने पर उसे पूरी तरह से बंद कर दिया और यहां तैनात 35 लोगों के स्टाफ को होम क्वारंटीन कर दिया। इसमें डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ भी शामिल है। सीएचसी प्रभारी डॉ. सुबोध जोशी ने बताया कि सभी सतर्कता बरतते हुए स्टाफ को होम क्वारंटीन कर दिया। अब इनके सैंपल लिए जाएंगे।

ब्लडबैंक के दो कर्मचारियों को खांसी और जुकाम की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उनके सैंपल लिए हैं। दोनों कर्मचारी ड्यूटी कर रहे हैं। ड्यूटी के दौरान हर रोज उनके संपर्क में कई लोग आ रहे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि यदि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो कई और लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है।

संस्थागत क्वारंटीन के बाद भी नर्स दे रहीं हैं ड्यूटी

हरिद्वार जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित नर्स के संपर्क में आई छह नर्स को विभाग ने संस्थागत क्वारंटीन कर दिया है। संस्थागत क्वारंटीन के बाद भी यह सभी लोग अपनी ड्यूटी कर रही हैं। इसके अलावा अस्पताल के आठ वार्ड ब्वाय और छह सफाई कर्मचारियों को अस्पताल में ही क्वारंटीन किया हुआ है। यह लोग भी पहले की तरह अपना काम कर रहे हैं।

मालूम हो कि मंगलवार को जिला अस्पताल की नर्स को कोरोना होने की पुष्टि हुई थी। सैंपल देने के बाद भी नर्स ड्यूटी कर रही थी। इस दौरान अस्पताल का अन्य स्टाफ और मरीज उनके संपर्क में आए थे। इसलिए सभी लोगों के सैंपल लिए गए।

अब स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल की छह नर्सों को पास की ही एक धर्मशाला में संस्थागत क्वारंटीन कर दिया। खास बात यह है कि यह क्वारंटीन होने के बाद भी ड्यूटी कर रही हैं। इनको लाने और छोड़ने के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है। आठ वार्ड ब्वाय और छह स्वीपर भी अस्पताल में क्वारंटीन हैं। अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेश गुप्ता का कहना है कि अस्पताल में 34 मरीज भर्ती हैं। इनकी देखभाल के लिए स्टाफ की जरूरत है और इसलिए नर्स व अन्य लोगों से ड्यूटी ली जा रही है। सभी को पीपीई किट के साथ आवश्यक सामान उपलब्ध कराया है और सावधानी पूर्वक काम करने को निर्देश दिए हैं।

सीएमओ के बयान पर जताई नाराजगी

जिला अस्पताल की कोरोना संक्रमित नर्स के पति केडी सेमवाल ने सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी के बयान पर नाराजगी जताई है। केडी सेमवाल ने बताया कि उनकी पत्नी ने बीमार होने पर सैंपल दिया था और ड्यूटी पर न आने की असमर्थता जताई थी। अधिकारियों ने नौकरी से हटाने की धमकी देकर ड्यूटी करने को दबाव बनाया। उन्होंने अपने परिवार के लोगों के सैंपल नहीं लेने पर चिंता जताई। जिला नर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सुधा तिवारी ने भी सीएमओ के बयान का विरोध किया।

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