उत्तराखंड

कर्मकार कल्याण बोर्ड में रार : अध्यक्ष की सचिव को हटाने की संस्तुति, कार्यमुक्त करने का पत्र सौंपा

देहरादून। श्रम विभाग के अधीन उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में अध्यक्ष और सचिव के बीच छिड़ी रार थमने का नाम नहीं ले रही। अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने बुधवार को वर्चुअल बुलाई गई बोर्ड बैठक के बाद सचिव मधु नेगी चौहान को एकतरफा कार्यमुक्त करने का पत्र थमा दिया। साथ ही सचिव को हटाने की संस्तुति करते हुए मुख्य सचिव और श्रम सचिव को पत्र भेजा है। उन्होंने बोर्ड की सचिव की कार्यप्रणाली के साथ ही पिछले बोर्ड के कार्यकाल में हुए कार्यों पर सवाल उठाते हुए श्रम मंत्री डा हरक सिंह रावत पर भी निशाना साथा। पिछले बोर्ड में डा रावत अध्यक्ष थे। उधर, बोर्ड की सचिव मधु नेगी चौहान ने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष न सिर्फ नियमों के विपरीत कार्य कर रहे हैं, बल्कि नियम विरुद्ध कार्य करने का भी दबाव बना रहे हैं।

बोर्ड के अध्यक्ष सत्याल ने बीते रोज बोर्ड की सचिव की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा था। उनका आरोप है कि सचिव मनमाने ढंग से कार्य कर रही हैं। और तो और, बोर्ड द्वारा लिए गए निर्णयों का क्रियान्वयन भी नहीं कर रही हैं। पत्र में बोर्ड की सचिव को निलंबित करने और बोर्ड में नए सचिव की नियुक्ति का आग्रह किया गया। बुधवार को सत्याल ने वर्चुअल माध्यम से बोर्ड की बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने सचिव मधु नेगी चौहान से 11 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी। उन्होंने पूछा कि बोर्ड का कार्यालय हल्द्वानी से देहरादून शिफ्ट करने के संबंध में क्या पूर्व में शासन स्तर से आदेश हुए थे। पिछले बोर्ड में सचिव का दायित्व निभाने वाली दमयंती रावत को कार्यवाहक सचिव किसकी अनुमति से नामित किया गया। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि पूर्व में शासन से बोर्ड कार्यालय के लिए एक फ्लोर की अनुमति थी, मगर भुगतान दो फ्लोर का किया जा रहा है। आडिट टीम ने भी इस पर आपत्ति जताई है। ऐसे में क्या भवन मालिक से चार वर्ष के एक फ्लोर के किराये की वसूली की जाएगी।

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