आज इंदौर में एशिया के सबसे बड़े Bio CNG Plant का उद्घाटन करेंगे PM Modi, जानिए क्यों है ये खास
देशभर में स्वच्छता को लेकर सबसे आगे रहने वाले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहर इंदौर (Indore) ने अब शहर के कचरे को भी ऊर्जा में बदल लिया है. यहां एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट (CNG Plant) बनाया गया है, जिससे जल्द ही करीब 400 बसें बायो-सीएनजी से चलेंगी. आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) इस प्लांट का उद्घाटन करेंगे.
प्रोजेक्ट हेड नीतेश त्रिपाठी ने बताया, ‘’जैविक कूड़े को डीप बंकर में लोड करते हैं. फिर वहां से ग्रैब क्रेन से उठाकर प्रीट्रीटमेंटएरिया में यहां मिलिंग होती है. स्लरी में कंवर्ट करते हैं. स्लरी को डायजर्स में डाइजेस्ट करते हैं, उससे बायोगैस बनाते हैं. बायोगैसको स्टोरेज एरिया में ले जाते हैं, जिसमें मीथेन 55-60 होता है फिर उसे गैस क्लीनिंग और अपग्रेडेशन में ले जाते हैं.’’
400 बसें और 1000 से ज्यादा गाड़ियां चलाने की योजना
15 एकड़ में फैला ये प्लांट 150 करोड़ की लागत से बना है. इस परियोजना के जरिए रोज़ाना 400 बसें और 1000 से ज्यादा गाड़ियां चलाने की योजना है. इस प्लांट के जरिए ना सिर्फ पर्यावरण को फायदा पहुंचेगा बल्कि इससे कमाई भी होगी. यह प्लांट पीपीपी मॉडल पर बनाया गया है, जिससे इंदौर नगर निगम को सालाना 2.5 करोड़ रुपये की आमदनी होगी.
इंदौर सबसे साफ शहर है तो सबसे बड़ी वजह यहां के लोग हैं. प्रशासन का कहना है कि सूखा-गीला कचरा 100 फीसदी घर से ही अलग होकर आता है. अधिकारियों ने दावा किया कि यह न केवल कैलोरी मान में सुधार करेगा, बल्कि बायो-सीएनजी की प्रभावशीलता भी बढ़ाएगा.
वायु गुणवत्ता को शुद्ध करने में मदद करेगा प्लांट
इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा, प्लांट से होने वाला विकास घनी आबादी वाले शहरों की वायु गुणवत्ता को शुद्ध करने में मदद करेगा. 550 मीट्रिक टन की कुल क्षमता के साथ यह संयंत्र 96 प्रतिशत शुद्ध मीथेन गैस के साथ सीएनजी का उत्पादन करेगा. संयंत्र को पीपीपी मॉडल और निजी एजेंसी के सहयोग से स्थापित किया गया है. उद्घाटन समारोह में 20 राज्यों के स्वच्छ भारत मिशन के मिशन निदेशक और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल होंगे.