कार्यकाल पूरा कर ही चुनाव में जाना चाहेगी उत्तराखंड सरकार, सिरदर्द बने कई मु्द्दों का हुआ समाधान
देहरादून। किसी भी सरकार के मुखिया के कामकाज के आकलन के लिए साढ़े पांच माह की अवधि बहुत अधिक नहीं, तो कम भी नहीं कही जा सकती। इस दृष्टिकोण से देखें तो बदली परिस्थितियों में राज्य की कमान संभालने वाले युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अब तक के कार्यकाल में चुनौतियों से जूझने का जज्बा दिखाया तो सरकार के लिए सिरदर्द बने देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड जैसे विषयों का समाधान कराने में भी सफलता पाई। निर्णय लेने में भी वह देरी नहीं लगा रहे हैं।
मुख्यमंत्री की सक्रियता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देहरादून रैली ने कुछ ऐसा रंग जमाया कि बार-बार मुख्यमंत्री बदलने को लेकर उठ रहे प्रश्नों की धार भी कम हो गई है। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए धामी सरकार चाहेगी कि वह कार्यकाल पूरा करने के बाद ही आगामी विधानसभा चुनाव में जनता की चौखट पर जाए। इससे उसे काम करने के लिए कुछ और समय तो मिलेगा ही, साथ ही परिस्थितियों को अधिक अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी।