देहरादून : ज्यूस की दुकान के बहार जाम, पुलिस की भी नही सुनता दुकानदार,
प्रेस लिखे वाहनों की पुलिस करे जांच - विकास गर्ग
देहरादून
उत्तराखंड बनने के बाद उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में फर्जी पत्रकारों की बाढ़ सी आ गई है या यूं कहें कि कुछ संस्थान पैसे के लालच में किसी को भी कार्ड बना कर दे देते हैं और वह अपनी गाड़ी पर बड़ी शान से प्रेस रिपोर्टर लिखकर लोगों के साथ बदतमीजी करते हैं।
यह सिलसिला आज से नहीं पिछले 20 वर्षों में काफी फल खुला है ऐसे संस्थान जिनको संपादकीय तक भी लिखना नही आता वह लोग ऐसे लोगों को प्रेस कार्ड बना कर दे देते हैं जिनको पत्रकारिता की एबीसीडी भी नहीं आती और यह लोग प्रेस लिखवा कर राजधानी में कुकुरमुत्तो की तरह घूमते हैं।
ऐसा ही एक वाक्य आज देखने को मिला अंसारी मार्ग मच्छी बाजार में एक जूस की दुकान के बाहर रोज दो पहिया वाहन का जमावड़ा रहता है और जिसके कारण चौक बिल्कुल जाम हो जाता है। कई बार इस जूस विक्रेता को पुलिस ने भी समझाने का प्रयास किया पर यह व्यक्ति पुलिस से भी शायद नहीं डरता तभी बार-बार यहां पर जाम लगवाता है।
कई बार तो देखने में आया है कि इसके जूस पीने वाले इसके बहकावे में आकर दुकानदारों से भी लोगों से भी भिड़ जाते हैं।
आज भी ऐसा ही हुआ जब एक एवेंजर ब्लैक कलर की गाड़ी जिसकी नंबर uk07 br 6067 है लेकिन नंबर भी बहुत ही खराब थे और अगर मैं कहूं कि आरटीओ एक्ट के अनुसार वह गंभीर मामला भी था।
इतना ही नही उस पर एक मिटा हुआ इंग्लिस में रिपोर्टर भी लिखा हुआ था (अब ये फर्जी लिखा था या सत्य था ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा)। उसने गाड़ी आकर खड़ी सीधे समाजसेवी जो वरिष्ठ पत्रकार भी है और पत्रकारों का एक बड़ा संगठन भी चलाते हैं विकास गर्ग के ऑफिस के बाहर बिल्कुल केबिन के स्लाइडिंग के बहार कर दी।
जिसके कारण केबिन बिल्कुल बंद हो गया ओर आने जाने का कोई रास्ता नहीं बचा इस पर विकास गर्ग ने जब उसको गाड़ी हटाने के लिए कहा तो वह आग बबूला हो गया वह शायद जूस वाले के चढ़ाई में आकर इस तरह की बदतमीजी कर बैठा और बोला जो तुम्हारे पर हो सकता है कर लो नही हटेगी गाड़ी।
इस पर श्री गर्ग ने तुरंत चौकी प्रभारी खुडबुड़ा पंकज तिवारी को फोन किया और उन्हें सारा घटनाक्रम बताया। इस पर चौकी प्रभारी पंकज तिवारी ने तुरंत एक्शन लेते हुए चीता पुलिस भेजी और वहां पर व्यवस्था कायम की।
लेकिन इन सब के बाद एक बात समझ में नहीं आती की देहरादून पुलिस ऐसे जो फर्जी तरीके से प्रेस लिखकर चल रहे हैं उनके खिलाफ एक्शन क्यों नहीं लेती विकास गर्ग ने कहा कि राष्ट्रीय पत्रकार यूनियन के प्रदेश महामंत्री होने के नाते वह कप्तान साहब से मिलेंगे और इस तरह की गाड़ियों पर लिखे प्रेस जैसे सम्मानित स्तंभ के लिए वह लड़ाई लड़ेंगे और कप्तान साहब से कहेंगे कि शहर में एक अभियान चलाया जाए और जिसने भी गाड़ियों पर ऐसे प्रेस रिपोर्टर लिखा हुआ है उनसे आईडी कार्ड व संस्थान के स्वामी से जरूर संपर्क करे तथा उनके खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह का कृत्य करने से पहले कोई भी बार बार सोचे।