पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले, अच्छे उद्देश्य के लिए विलेन भी बनते हैं तो कोई दिक्कत नहीं
देहरादून। चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों के विरोध के बाद भले ही सरकार ने इस संबंध में उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दी हो, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोर्ड के गठन के अपने फैसले को सही ठहराते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के 125 करोड़ हिंदुओं की सुविधा की दृष्टि से यह बोर्ड बनाया गया। देश में जहां-जहां भी ऐसे बोर्ड हैं, वहां व्यवस्थाएं बेहतर हुई हैं। उत्तराखंड में ही जागेश्वर धाम इसका उदाहरण है, जहां जनता ने स्वेच्छा से बोर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि यदि अच्छे उद्देश्य के लिए वह विलेन भी बनते हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि कई बार सुधार के लिए कुछ बुराइयां झेलनी पड़ती हैं, लेकिन हमें पता होना चाहिए कि जो सुधार कर रहे हैं उससे राज्य का भला होने वाला है। धार्मिक स्थलों का आभामंडल बढ़े ऐसे कार्य करने चाहिए। मीडिया से बातचीत में त्रिवेंद्र ने कहा कि यदि हम अपनी दिशा, सोच, उद्देश्य को लेकर साफ हैं और विरोध भी हो रहा तो कोई बात नहीं। उन्होंने कहा कि वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भी विरोध हुआ था। हम व्यवस्था तो वैष्णो देवी जैसी चाहते हैं, मगर सिस्टम नहीं बनाना चाहते। अगर सिस्टम नहीं बनाएंगे तो वर्ष 2013 जैसी स्थिति होगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में पार्टी के जिन व्यक्तियों ने बोर्ड को लेकर सवाल उठाए थे, उनके समक्ष इसे रखा गया था, मगर तब वे चुप रहे।