उत्तराखंड

टिहरी झील किनारे सरोट गांव में भूधंसाव, छह परिवारों ने खाली किए घर

टिहरी। टिहरी झील से सटे कंडीसौड़ तहसील के सरोट गांव में गुरुवार की रात को भूस्खलन के कारण मकान की चाहरदीवारी और घर जाने का रास्ता झील में समा गया। खतरा देखते हुए छह परिवारों ने अपना घर खाली कर गांव के दूसरे मकान में शरण ली है। दैनिक जागरण ने 17 सितंबर के अंक में सरोट गांव में झील का जलस्तर बढ़ने के कारण मकानों को खतरा होने का अंदेशा जताया था, लेकिन उसके बाद भी प्रशासन ने एहतियातन कोई कदम नहीं उठाए। झील का जलस्तर 829.95 मीटर तक पहुंच गया है।

टिहरी झील के जलस्तर बढ़ने के साथ ही ग्राम सरोट में स्थिति खतरनाक बनी हुई थी। इसके बाद भी जिला प्रशासन ने गांव में स्थिति जानने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। गुरुवार रात भागीरथू लाल के मकान के पास दीवार और रास्ता भू धंसाव के कारण झील में समा गया। स्थानीय निवासी रोशन लाल ने बताया कि रात को खतरा देखते हुए उनके और उनके चार भाइयों और एक अन्य पड़ोसी के कुल 6 परिवारों ने घर खाली कर दिए। गांव में ही किसी अन्य के मकान में उन्होंने रात को शरण ली है। रोशन लाल ने बताया कि जब उन्होंने पटवारी को फोन किया तो पटवारी ने बोला कि वह सुबह निरीक्षण करने आएंगे। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही से ग्रामीणों का जीवन खतरे में पड़ा है। इस मामले में बेहद गंभीरता से कार्य करना चाहिए।

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