कुंभ में 18 हजार क्षमता के शेल्टर बनेंगे, एसओपी और राज्य सरकार की कार्यवाही पर लगी मुहर

गैरसैंण।हरिद्वार में कुंभ मेले में शाही स्नान के दिनों में आवास विहीन व्यक्तियों के लिए करीब 1500 क्षमता के छह रैन बसेरों का निर्माण किया जा रहा है। इन व्यक्तियों के लिए पीपीपी के आधार पर करीब 18 हजार क्षमता के रात्रि शेल्टर बनाने की योजना है। राज्य मंत्रिमंडल की मंगलवार को बैठक में हरिद्वार में कुंभ मेले को लेकर हाईकोर्ट के आदेशों के क्रम में उठाए गए कदमों, केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) और राज्य सरकार की कार्यवाही पर अपनी मुहर लगाई। तय किया गया कि केंद्र के निर्देशों के मद्देनजर अस्थायी कैंपों में केवल सरकारी अधिकारियों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उक्त योजना का निर्माण सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानकों के आधार पर किया जाएगा।
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अमरनाथ यात्रा का संदर्भ देते हुए मेला अवधि सीमित करने का परामर्श दिया था। इस कड़ी में कुंभ मेला अवधि एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक सीमित करने का निर्णय लिया गया। वर्ष 2021 के प्रारंभ से वर्तमान तक 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 11 फरवरी को मौनी अमावस्या के स्नान संपन्न हो चुके हैं। 14 जनवरी को सात लाख और 11 फरवरी को करीब 3.76 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। यह देखा गया कि अधिकतर श्रद्धालु आवास सुविधा की कमी की समस्या का सामना किए बगैर स्नान के उपरांत उसी दिन वापस चले गए। मेला क्षेत्र में विभिन्न होटलों, आश्रमों, अखाड़ों में करीब 5.5 लाख स्थायी आवास की क्षमता मौजूद है।