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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ को माना वेरियंट ऑफ कंसर्न

नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के डेल्टा प्लस वैरियंट को वैरियंट ऑफ कंसर्न माना है. मंगलवार को प्रेस कॉफ्रेंस में स्वास्थ्य सचिव ने इस वरिएंट को वेरियंट ऑफ इंटरेस्ट कहा था लेकिन अब फाइनल रिलीज में वेरियंट ऑफ कंसर्न कहा गया है. भारत समेत नौ देशों में मिले कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट ने चिंता बढ़ा दी है. देश में इसके अब तक 22 केस सामने आ आ चुके हैं. केंद्र ने कहा कि डेल्टा प्लस वेरियंट पर कड़ी नजर है.

केंद्र ने राज्यों को इससे निपटने के लिए चिट्ठी लिखकर आगाह किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक डेल्टा प्लस वेरियंट को लेकर तमाम जानकारियां जुटाई जा रही हैं. इसके साथ ही सरकार ने कहा कि पाया गया है कि डेल्टा वेरियंट पर कोविशील्ड और कोवैक्सिन असरदार हैं.

वहीं देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वेरियंट इस वक्त भारत सहित दुनिया के 80 देशों में है. जबकि डेल्टा प्लस भारत समेत 9 देशों में है. कोरोना का डेल्टा प्लस वेरियंट अमेरिका, यूके, पुर्तगाल, स्विजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन, रूस सहित भारत में पाया गया है. हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक भारत में डेल्टा प्लस वेरियंट के 22 मामलों में 16 महाराष्ट्र के हैं. बाकी मामले केरल और मध्य प्रदेश में हैं.

हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक अभी ये वेरियंट का मसला छोटा लग रहा है लेकिन बड़ा रूप ले सकता है इसलिए सतर्कता बरती जा रही है. वायरस का कोई वेरियंट कितनी तेजी से फैलता है और कितना घातक होता है उस हिसाब से उसे अलग अलग श्रेणी में रखा जाता है. डेल्टा वेरियंट तो काफी समय से कई देशों में मिला है लेकिन इसका नया रूप डेल्टा प्लस बड़ी चुनौती बन रहा है जिसपर शोध जारी है.

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