उत्तराखंड

एस्केप चैनल पर जांच बैठाएं और बिल्डर्स के नाम करें सार्वजनिक करें : हरीश रावत

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, काबीना मंत्री सतपाल महाराज के बयानों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने उक्त नेताओं को चुनौती दी कि हरिद्वार में एस्केप चैनल पर पिछली सरकार के फैसले पर जांच बैठाएं और बिल्डर्स के नाम सार्वजनिक करें।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के बीच इन दिनों आरोपों-प्रत्यारोपों का लंबा दौर जारी है। हरिद्वार में एस्केप चैनल को लेकर पिछली सरकार के फैसले पर आपत्ति करते हुए भगत और सतपाल महाराज ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निशाना साधा था।

सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में हरीश रावत ने उक्त दोनों नेताद्वय को निशाने पर लेते हुए कहा कि भगत व भगत बनाने वाले दोनों सख्त गुस्से में हैं। ये गुस्सा रायते से है या मां गंगा जी के संदर्भ में लिखे पत्र से, स्थिति साफ नहीं है।

हरीश रावत ने उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत द्वारा कालनेमि बताए जाने पर कहा कि, कालनेमि तो बहुत बाद में आएगा, पहले 2022 में होने वाले वनवास का दृश्य तो लाइए। उन्होंने याद दिलाया कि हरिद्वार में एक अवैध निर्माण को लेकर दो मंत्री भिड़ गए थे, तब इसी एस्केप चैनल वाले आदेश ने अवैध निर्माण टूटने से बचाया था। उन्होंने कहा कि सतपाल महाराज का गुस्सा पूरी तरह स्वाभाविक है। जब-जब वह त्रिवेंद्र सरकार पूरे पांच साल कहते हैं तो सत्ता के अंगूर उनसे उतने ही दूर व खट्टे हो जाते हैं। उन्होंने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री रहते हुए केदारनाथ त्रासदी को लेकर की गई टिप्पणी पर भी सतपाल महाराज को निशाने पर लिया।

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