कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के दिए निर्देश
देहरादून। कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सभी जिलों में संक्रमित बच्चों की जानकारी रखने के साथ ही उचित देखभाल करने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को वर्चुअल बैठक में महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और बाल रोग विशेषज्ञ जुड़े। महानिदेशक चिकित्सा ने बताया कि डीआरडीओ ने ऋषिकेश और हल्द्वानी में कोविड चाइल्ड केयर और आइसीयू के 500-500 बेड के अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। ऋषिकेश में एम्स और हल्द्वानी कोविड केयर अस्पताल का संचालन हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज करेगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन नंबर 104 और संजीवनी पोर्टल के बारे में भी जानकारी दी। ऊषा नेगी ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर और संजीवनी पोर्टल से अभिभावक बच्चों के संबंध में किसी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
रुद्रप्रयाग से बाल रोग विशेषज्ञ नीतू तोमर ने बताया कि एक नवजात समेत 44 बच्चे जिले में संक्रमित हुए थे, आइसोलेशन के बाद अधिकांश बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं। हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके झा ने बताया कि कोरोना संक्रमित 14 बच्चों को होम आइसोलेशन में रखा गया है और विशेषज्ञ ध्यान रख रहे हैं। इसके अलावा एनएम व आशा गांव गांव जाकर सर्वे और प्रचार प्रसार कर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। अल्मोड़ा की डॉ. मीनाक्षी ने बताया कि उनके यहां चाइल्ड केयर वार्ड बनाने के आदेश होने पर व्यवस्था की जाएगी।