मंत्री-विधायक की तकरार से मुश्किल में ‘सरकार’, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून। त्रिवेंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाने के तीन दिन बाद अब कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने तीरथ सरकार की कार्यशैली को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। जोशी ने त्रिवेंद्र सरकार पर कोरोना संक्रमण रोकने के लिए समय रहते पर्याप्त इंतजाम न करने का आरोप लगाया था, वहीं अब उन्होंने रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ की ओर से गत दिनों रायपुर स्टेडियम में बनवाए गए 30 बेड के कोविड केयर सेंटर पर सवाल उठाते हुए अपनी की सरकार को सवालों में खड़ा कर दिया। हालांकि, इस पूरे मामले में काऊ के साथ जोशी की आपसी तल्खी को भी मुख्य वजह माना जा रहा, लेकिन सरकार की ओर से की गई व्यवस्था पर सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाने से जोशी न केवल सरकार की मुश्किलें बढ़ा बैठे, बल्कि भाजपा नेताओं में चल रही आपसी कलह की ‘आग’ में और घी डाल दिया। विपक्षी कांग्रेस को सरकार को घेरने का मुद्दा अलग थमा दिया।
मार्च में प्रदेश की सत्ता में चेहरा परिवर्तन के बाद तीरथ सिंह रावत सरकार में पहली मर्तबा कैबिनेट मंत्री बने मसूरी के विधायक गणेश जोशी का अतिरेक उन पर भारी पड़ने लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें अनुभवहीन बताकर पहले ही सवालों में खड़ा कर दिया है, जबकि अब जोशी का विधायक काऊ से टकराव सामने आ गया। पिछले कुछ दिनों से रायपुर स्टेडियम स्थित कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे मंत्री जोशी का अचानक वहां जाना और स्वास्थ्य सेवा में खामी निकालना सीधे तौर पर विधायक काऊ पर निशाना साधना माना जा रहा है। हालांकि, जोशी यह नहीं समझ पाए कि इसमें सीधे सरकार के ऊपर भी बात आएगी। दरअसल, दो दिन पूर्व ही खुद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अफसरों के साथ रायपुर सेंटर का निरीक्षण किया था और व्यवस्था पर संतोष जताया था। इसके बावजूद जोशी ने वहां निरीक्षण कर न सिर्फ सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया, बल्कि सेंटर बनाने के फैसले पर ही सवालिया निशान लगा दिया।