उत्तराखंड

कई जगह मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बंद, केदारनाथ पैदल मार्ग तीसरे दिन खुला

बदरीनाथ । आज सोमवार को बदरीनाथ हाईवे मलबा आने से कई जगह बंद हो गया है। वहीं केदारनाथ पैदल मार्ग पर आज तीसरे दिन आवाजाही शुरू हो पाई है। जानकारी के मुताबिक बदरीनाथ हाईवे लामबगड़, पागलनाला, भनेरपाणी, क्षेत्रपाल, पीपलकोटी में मलबा आने से बंद हो गया है। वहीं मंडल-गोपेश्वर मार्ग देवलथार में अवरुद्ध पड़ा है।

दो दिन से भूस्खलन से बंद गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग आज सुबह आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। जिससे आज तीसरे दिन केदारनाथ यात्रा सुचारू हो पाई है। सोनप्रयाग से सुबह आठ बजे तक 100 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। बता दें कि शनिवार को गौरीकुंड से आधा किमी. पहले पैदल मार्ग अवरुद्ध हो गया था। जिस कारण यात्रा रुकी हुई थी।

सोनप्रयाग-गौरीकुंड में रोके थे 400 तीर्थयात्री

भूस्खलन से क्षतिग्रस्त गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा था। इस दौरान केदारनाथ यात्रा का संचालन भी ठप रहा। जिले समेत बाहरी क्षेत्रों से आए 400 से अधिक श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग व गौरीकुंड में ही रोका गया था।

गौरीकुंड से करीब आधा किमी आगे पहाड़ी से हुए भारी भूस्खलन के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग बीते शनिवार सुबह अवरुद्ध हो गया था। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण-लोनिवि द्वारा रास्ते को दुरुस्त करने के लिए 12 से अधिक मजदूर लगाए गए थे, लेकिन रविवार को भी पहाड़ी से दो बार भारी भूस्खलन होने से पुन: मलबे का ढेर लग गया, यहां पर 25 मीटर पुश्ता भी ध्वस्त हो रखा है।

रास्ते के अवरुद्ध होने के कारण बाबा केदार की यात्रा दूसरे दिन भी बंद रही। प्रशासन द्वारा सोनप्रयाग में 250 व गौरीकुंड में 150 से अधिक श्रद्धालु रोके गए थे।

अति संवेदनशील बना हुआ पैदल मार्ग

क्षेत्र में आए दिन हो रही तेज बारिश से केदारनाथ पैदल मार्ग भीमबली में भी खतरनाक बना है। यहां पहाड़ी से बोल्डर गिरने का खतरा बना हुआ है, जबकि रामबाड़ा से छानी कैंप के बीच दो-तीन स्थानों पर मलबा गिरने आवाजाही में समस्या हो रही है। भले ही कार्यदायी संस्था द्वारा मलबा साफ किया जा रहा है।

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