अगर केंद्र सरकार एमएसपी पर दे कानूनी गारंटी तो जल्द खत्म करा दूंगा किसान आंदोलन : सत्यपाल मलिक
बागपत : मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से किसानों की बात सुनने की अपील की है। बागपत में सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री को चाहिए कि वे प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली से खाली हाथ न जाने दें। राज्यपाल ने दावा किया है कि सरकार किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने का यदि कानूनी गारंटी दे देती है तो वह दिल्ली की सीमाओं पर जारी प्रदर्शन को खत्म कराने में मदद करेंगे।
किसानों को दिल्ली से खाली हाथ न भेजें-मलिक
राज्यपाल मलिक ने कहा, ‘एमएसपी पर किसानों को कानूनी गारंटी दें फिर मैं सरकार और किसानों के बीच जारी विवाद को खत्म करने में अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा।’ मलिक ने कहा कि उन्होने पीएम मोदी और गृह मंत्री से किसानों के खिलाफ बल का इस्तेमाल न करने और उन्हें दिल्ली से खाली हाथ न भेजने की अपील की थी। पीएम मोदी से अपील करते हुए राज्यपाल ने कहा, ‘किसानों को दिल्ली से खाली हाथ न भेजें। सिख समुदाय 300 सालों तक चीजों को नहीं भूलता। आज कोई भी कानून किसानों के हित में नहीं है। जिस देश में किसान और जवान संतुष्ट नहीं होते हैं, वह देश विकास नहीं करता है। ऐसे देश को बचाया नहीं जा सकता। इसलिए किसानों एवं जवानों को संतुष्ट रखना जरूरी है।’
भाजपा की दलील पर तंज कसा
नए कृषि कानूनों को सही ठहराने के लिए भाजपा द्वारा दी जा रही दलील पर तंज करते हुए मलिक ने कहा, ‘बहुत शोर भी मचाया गया कि किसान दूसरी जगह कहीं भी (फसल) बेच सकते हैं। वह तो 15 साल पुराना कानून है, लेकिन उसके बावजूद मथुरा के किसान जब गेहूं लेकर पलवल जाते हैं तो उन पर लाठी चार्ज हो जाता है। सोनीपत का किसान जब नरेला जाता है, तो उस पर लाठी चार्ज हो जाता है। किसानों के बहुत से सवाल ऐसे हैं, जो हल होने चाहिए। मैं अब भी इस कोशिश में हूं कि किसी तरह यह मसला हल हो। मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि किसानों के मामले में जितनी दूर तक जाना पड़ेगा, मैं जाऊंगा। मुझे किसानों की तकलीफ पता है। उनकी पूरी इकोनॉमिक्स (अर्थव्यवस्था) के बारे में मालूम है। किसान इस देश में बहुत बुरे हाल में हैं।’
ऑपरेशन ब्लू स्टार का जिक्र किया
मलिक ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘पता नहीं आप लोगों में से कितने लोग जानते हैं, लेकिन मैं सिखों को जानता हूं। श्रीमति गांधी (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी) ने जब ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया, तो उन्होंने अपने फार्म हाउस पर एक महीना तक महामृत्युंजय यज्ञ कराया था।’ उन्होंने कहा, ‘अरुण नेहरू ने मुझे बताया कि उन्होंने उनसे (इंदिरा गांधी से) पूछा कि आप यह तो नहीं मानती थीं, फिर आप यह क्यों करा रही हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि तुम्हें पता नहीं है, मैंने इनका अकाल तख्त तोड़ा है। वे मुझे छोड़ेंगे नहीं। उन्हें इलहाम था कि यह होगा।’