हेल्थ और वेलनेस के नए हब के तौर पर उभरेंगी उत्तराखंड की वादियां

देहरादून। नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड की वादियां अब देश-दुनिया के लिए हेल्थ और वेलनेस के नए हब के तौर पर उभरेंगी। आम बजट में केंद्र सरकार ने जिस तरह से इन दोनों सेक्टर पर फोकस किया है, उससे यह उम्मीद और बलवती हो रही है।
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार पटरी पर लाने का प्रयास चल रहा है। बीते तीन चार सालों में इस दिशा में सार्थक प्रयास भी हुए हैं। कोरोना काल में तो स्वास्थ्य सेवाओं का आधारभूत ढांचा काफी मजबूत हुआ है। प्रदेश के हर अस्पताल में आइसीयू वार्ड बने हैं तो डॉक्टरों व नर्सों की भर्तियां भी हुई हैं। हालांकि, पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को भी और मजबूत करने की जरूरत महसूस हो रही है। बात करें वेलनेस की तो प्रदेश सरकार अभी वेलनेस टूरिज्म पर जोर दे रही है।
निजी निवेशक भी इसके लिए आमंत्रित किए जा रहे हैं। ऋषिकेश और उसके आसपास के इलाके को आयुष जोन के रूप में विकसित करने पर मंथन हो चुका है। आयुष जोन यानी ऐसा जोन जहां वेलनेस सेंटर, योग विश्वविद्यालय, आध्यात्मिक केंद्र, जड़ी-बूटियां व हर्बल विनिर्माण इकाइयों को शामिल किया जा सके। केंद्रीय बजट ने इन दोनों क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया गया है। स्वास्थ्य बजट में 137 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में निश्चित तौर पर बदलाव आएगा। विशेष रूप से प्रधानमंत्री स्वस्थ्य भारत योजना प्राथमिक इकाइयों तक स्वास्थ्य प्रणाली की क्षमता को मजबूत करने का काम करेगी।