हल्द्वानी में विकसित होंगे दो ईको पार्क, मुख्यमंत्री ने दिए तकनीकी परीक्षण के आदेश
हल्द्वानी: मेयर डाॅ. जोगेंद्र रौतेला ने शीशमबाग स्थित चीड़ डिपो समेत वन विभाग की दो जमीनों को ईको पार्क के रूप में विकसित करने की मांग उठाई है। डाॅ. रौतेला ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इसकी पैरवी करते हुए कहा है कि शहर की भव्यता बढ़ाने के लिए इस तरह के पार्क की जरूरत है। सीएम से इस मामले में वन विभाग से तकनीकी परीक्षण कराने के निर्देश दे दिए हैं।
शुक्रवार को देहरादून में सीएम रावत से मिले मेयर ने कहा कि हल्द्वानी में एक भी ईको पार्क नहीं है। रामपुर रोड से लगने वाला शीशमबाग चीड़ डिपो दस एकत्र क्षेत्रफल में फैला है। इसे शहर से बाहर शिफ्ट करने की जरूरत है। डिपो की जगह पर आधुनिक ईको पार्क विकसित करने से शहर के बुजुर्गों, बच्चों को प्रकृति के बीच समय बीताने का मौका मिलेगा। इसी तरह रामपुर रोड में एचएन इंटर काॅलेज से लगने वाली वन विभाग की दो एकत्र जमीन पर सिटी ईको पार्क के रूप में विकसित करने की जरूरत है। मेयर डाॅ. जोगेंद्र रौतेला ने मोबाइल पर बताया कि मुख्यमंत्री ने दोनों प्रोजेक्ट पर सकारात्मक रुख दिखाने हुए उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
मुख्य वन संरक्षक बोले मेयर की अच्छी पहल
मुख्य वन संरक्षक और मुख्यमंत्री के विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते का कहना है कि हल्द्वानी शहर के विस्तारीकरण के बाद शीशमबाग डिपो आबादी क्षेत्र के भीतर आ गया है। महापौर के आग्रह के बाद सीएम त्रिवेंद्र रावत ने जमीन का तकनीकी परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। परीक्षण के बाद इसे शासन को भेजा जाएगा। उन्होंने हल्द्वानी के मेयर डॉ. जोगेंद्र रौतेला की पहल को सराहनीय बताया है।