मिसाइलमैंन एवं भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम की जयंती आज
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर नमन. एक विज़नरी लीडर, भारत के स्पेस और मिसाइल प्रोग्राम को गढ़ने वाले, जो हमेशा ही एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते थे. विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सभी के लिए
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने ट्वीट में लिखा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. 21वीं सदी के भारत को समर्थ, सशक्त और सक्षम बनाने उनका योगदान अतुलनीय है. उनके आदर्श और अनमोल विचार हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे, वह युवाओं के प्रेरणास्त्रोत हैं.
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से जुड़ी अहम बातें…
• डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को रामेश्वरम के एक गरीब परिवार में हुआ. शुरुआती शिक्षा हासिल करने के बाद उन्होंने फिजिक्स और विज्ञान से जुड़े अन्य विषयों का अध्ययन किया.
• अब्दुल कलाम को पद्म भूषण (1981), पद्म विभूषण (1990) और भारत रत्न (1997) के सम्मान से नवाज़ा जा चुका है.
• डॉ. कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे, उन्होंने 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति का पद संभाला. वो भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति में से एक रहे, जिनका बच्चों में काफी क्रेज़ था.
• डॉ. कलाम का सपना पायलट बनने का था, लेकिन वो पूरा नहीं हो सका. इसलिए वो वैज्ञानिक बने और देश के मिसाइल मैन के तौर पर मशहूर हुए. अटल सरकार के कार्यकाल में हुए परमाणु परीक्षण में उनकी अहम भूमिका रही.
• साल 2015 में शिलॉन्ग में एक लेक्चर देते वक्त उन्हें चक्कर आया और गिर गए. लेकिन अस्पताल पहुंचते वक्त उनकी मौत हो गई. 27 जुलाई 2015 को डॉ. कलाम ने अंतिम सांस ली.