उत्तराखंड

पीडब्‍ल्‍यूडी से बाइपास ट्रांसफर होने पर रिंग रोड की 40 करोड़ लागत घटेगी

हल्द्वानी: हल्‍द्वानी का सबसे बड़ा बाइपास अब लोक निर्माण विभाग के पास नहीं रहेगा। फोरलेन प्रोजेक्ट में शामिल होने के कारण तीनपानी से काठगोदाम तक की सड़क एनएचएआइ को ट्रांसफर हो जाएगी। खास बात यह है कि यह बाइपास ङ्क्षरग रोड का हिस्सा था। ऐसे में एनएचएआइ द्वारा सड़क को चौड़ा करने पर रिंग रोड के बजट से करीब 40 करोड़ रुपये कम हो जाएंगे। पुराने डिजायन में काठगोदाम पुल को डबल लेन किया जाना था। इसे लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है कि किसके खाते से यह काम होगा।

अप्रैल 2017 में मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी में रिंग रोड बनाने की घोषणा की थी। जिसके बाद लोक निर्माण विभाग ने सर्वे का काम शुरू करवाया। सर्वे पूरा होने पर पता चला कि प्रथम चरण में 1120 करोड़ रुपये की जरूरत है। प्रथम चरण का बजट जमीन अधिग्रहण, पेयजल लाइन, बिजली उपकरण आदि में खर्च होने थे। इसके बाद ङ्क्षरग रोड के निर्माण में 720 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया था। हल्द्वानी को जाम से निजात दिलाने वाले इस प्रोजेक्ट की लंबाई 51 किमी थी। मगर अब एनएचएआइ को बाइपास ट्रांसफर होने पर ङ्क्षरग रोड की लंबाई 38 किमी रह जाएगी।

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