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चीन सीमा विवाद को लेकर सर्वदलीय बैठक में सोनिया गांधी ने सरकार पर साधा निशाना पूछे ये 7 सवाल

नई दिल्ली I चीन के तनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. इसमें कांग्रेस समेत 20 राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ माथापच्ची की. इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सभी विपक्षी नेताओं को चीन के साथ गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प की जानकारी दी. साथ ही कहा कि हमारी सेना सीमा पर पूरी तरह मुस्तैद है.

इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सर्वदलीय बैठक के वक्त कई सवाल उठाए और कहा कि अब भी देश एलएसी से जुड़े कई मुद्दों पर अंधेरे में है. सर्वदलीय बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, ‘हम आज एक दर्दनाक टकराव के बाद मिल रहे हैं. हमारे मन गहरी वेदना और आक्रोश से भरे हैं. मेरे विचार से यह बैठक सरकार को लद्दाख और अन्य जगहों पर चीनी घुसपैठ की 5 मई को खबरें मिलने के फौरन बाद बुलानी चाहिए थी.’

सोनिया गांधी ने कहा, ‘हमेशा की तरह पूरा देश एक चट्टान की तरह साथ खड़ा होता और देश की सीमाओं की अखंडता की रक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम का पूरा समर्थन करता है. खेद इस बात का है कि ऐसा नहीं हुआ. इतना समय गुजर जाने के बाद भी इस संकट के अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में हमें अंधेरे में रखा गया है.’

सरकार से सोनिया गांधी के सात सवाल

1. चीनी सेनाओं ने लद्दाख में हमारे क्षेत्र में किस तारीख को घुसपैठ की?

2. सरकार को हमारे क्षेत्र में चीनी घुसपैठ के बारे कब जानकारी हुई?

3. खबरों की मानें तो घुसपैठ 5 मई को हुई, क्या यह सही है या फिर घुसपैठ उसके बाद हुई?

4. क्या सरकार को नियमित रूप से हमारे देश की सीमाओं की सैटेलाइट तस्वीरें नहीं मिलती हैं?

5. क्या हमारी खुफिया एजेंसियों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर घुसपैठ की जानकारी नहीं दी?

6. क्या सेना की इंटेलिजेंस ने सरकार को LAC पर चीनी कब्जे और भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना की मौजूदगी के बारे में सचेत नहीं किया?

7. क्या सरकार यह स्वीकार करेगी कि यह खुफिया तंत्र की विफलता है?

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